देवनानी को धृतराष्ट्र शब्द पर आया गुस्सा, जूली ने माफी मांगी

जूली के अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात पर देवनानी ने दी चुनौती, सदन एक घण्टे के लिए स्थगित

देवनानी को धृतराष्ट्र शब्द पर आया गुस्सा, जूली ने माफी मांगी

प्रतिपक्ष की तरफ से गुरुवार रात में हुए गतिरोध को लेकर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने प्रश्न काल के बाद इस मामले में चर्चा की व्यवस्था दी।

जयपुर। प्रतिपक्ष की तरफ से गुरुवार रात में हुए गतिरोध को लेकर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने प्रश्न काल के बाद इस मामले में चर्चा की व्यवस्था दी। पक्ष विपक्ष की चर्चा के बीच यह मामला सदन में फिर गरमा गया। विपक्ष के धृतराष्ट्र वाले बयान पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने नाराजगी जताई। नेता प्रतिपक्ष ने इस पर माफी मांगी लेकिन बातचीत के दौरान अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात भी कही तो देवनानी ने भी प्रस्ताव लाने की चुनौती देते हुए सदन की कार्यवाही एक घण्टे के लिए स्थगित कर दी।

नेता प्रतिपक्ष के पद और सदन की गरिमा को लेकर बोले टीकाराम जूली ने बात रखते हुए कहा कि विपक्ष आसान का संरक्षण चाहता है। आप सबको समान मानिए। देवनानी ने कहा कि आसान पर आक्षेप बर्दाश्त नहीं करूंगा। जूली ने कहा कि जो टोकाटाकी की शुरुआत करता है।
आप उसे टोकिए। हम आसान और आपका सम्मान करते हैं। सत्ता पक्ष तो नेता प्रतिपक्ष के बोलने के दौरान भी टोकता है, लेकिन हम चाहते हैं कि आसन दोनों पक्षों को समान रखे। हम चाहते हैं कि आप इस पर व्यवस्था दें। जूली की बात पर संसदीय कार्य मंत्री ने जोगाराम पटेल ने कहा कि आप और हम सब मिलकर काम करेंगे। तभी सदन की गरिमा रहेगी, वरना इसकी गरिमा नहीं रह पाएगी। आसन तो विक्रमादित्य का आसन है। इस पर सवाल नहीं उठाये जा सकते। कल रात को मंत्री का जवाब चल रहा था। उस दौरान नेता प्रतिपक्ष की भाषा अमर्यादित थी। आप हर बात में बीच-बीच में खड़े होते हैं। आपने महामहिम गुलाबचंद कटारिया का जिक्र किया। आप महत्वपूर्ण विषयों पर खड़े होंगे तो आपका भी सम्मान रहेगा। आप ज्यादा खड़े होते हैं, बार–बार खड़े होते हैं तो कई बार आपका यथोचित सम्मान नहीं रह पाता। जूली ने इस पर बहस करते हुए सत्तापक्ष और आसन पर सवाल उठाए तो पूरे घटनाक्रम पर विधानसभा अध्यक्ष ने नाराजगी जताई। देवनानी ने कहा कि बड़ी पीड़ा के साथ कह रहा हूं। विपक्ष का यह बरताव निंदनीय है। मैंने कभी पक्षपात नहीं किया। मैनें हमेशा विपक्ष का ध्यान रखा, फिर भी इस तरह के आरोप लगते हैं तो मैं इसकी निंदा करता हूं। फिर भी विपक्ष को लगता है कि कोई बात कहनी है तो उसका रास्ता बातचीत से निकाला जा सकता है। नेता प्रतिपक्ष, संसदीय कार्य मंत्री और सचेतक चैंबर में आ जाएं, बात कर लेंगे, लेकिन आसान के प्रति इस तरह की टिप्पणी बर्दाश्त नहीं होगी। मुझे पद का लोभ नहीं है। जब तक पद पर रहूंगा नियमों से चलूंगा। जूली ने कहा कि यदि आप हमारे व्यवहार से आहत हुए हैं तो हम माफी मांगते हैं। जूली ने यह भी कहा कि आसन से उचित व्यवहार नहि मिलने पर हम अविश्वास प्रस्ताव भी ला सकते हैं तो देवनानी ने प्रस्ताव लाने की चुनौती दी। इसके बाद देवनानी ने सदन की कार्यवाही एक घण्टे के लिए स्थगित कर दी।

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