लद्दाख में नए जिले बना रही भाजपा, राजस्थान में कम करने में लगी : जूली

नए जिले बनाकर ऐतिहासिक कार्य किया था

लद्दाख में नए जिले बना रही भाजपा, राजस्थान में कम करने में लगी : जूली

जूली ने कहा कि राजस्थान की भाजपा सरकार कहती है कि छोटे जिले बनाये गए जिससे नुकसान हो रहा है जबकि प्रतापगढ़ जैसा छोटा जिला भाजपा की सरकार के कार्यकाल में ही बना था।

जयपुर। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा की नए जिले बनाने को लेकर नीति और नीयत पर सवाल उठाए हैं। लद्दाख में 5 नए जिले बनाने और राजस्थान में बने जिलों को कम करने की नीति पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने आमजन की सुविधा के लिए नए जिले बनाकर ऐतिहासिक कार्य किया था, वहीं भाजपा की भजनलाल सरकार इन्हे राजनीतिक पूर्वाग्रह के कारण ख़त्म करना चाह रही है। जूली ने कहा कि दूसरी ओर चुनावी लाभ लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आचार संहिता के दौरान केंद्रीय शासित प्रदेश लद्दाख में 5 नए जिले बनाने के फैसले करने की जानकारी दे रहें है। जो तर्क लद्दाख में जिले बनाने के दिए जा रहे हैं वैसे ही कारण कमोबेश राजस्थान के लिए भी लागू होते हैं। मैं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से पूछना चाहूंगा कि लद्दाख में अभी केवल 2 जिले हैं जिन्हें बढ़ाकर केंद्र सरकार 7 करने का फैसला लिया है, यानी जिलों की संख्या 5 गुणा हो जाएगी। वहीं राजस्थान जो देश का सबसे बड़ा राज्य है, पूर्ववर्ती गहलोत साहब की सरकार ने यहाँ की जनता के लिए कम दूरी पर प्रशासनिक कार्य उपलब्ध करवाने के लिए नए जिले बनाये थे। जिनको भाजपा की भजनलाल सरकार समीक्षा के नाम पर ख़त्म करना चाहती है या फिर अटकाये, लटकाये रखना चाहती है।

जूली ने कहा कि राजस्थान की भाजपा सरकार कहती है कि छोटे जिले बनाये गए जिससे नुकसान हो रहा है जबकि प्रतापगढ़ जैसा छोटा जिला भाजपा की सरकार के कार्यकाल में ही बना था। केंद्र की भाजपा कह रही है कि लद्दाख में छोटे जिले बनाने से विकसित और समृद्ध लद्दाख बनेगा। मैं प्रदेश के भाजपा के मुख्यमंत्री और भाजपा से कुछ सवाल पूछना चाहता हूं कि क्या भाजपा राजस्थान को विकसित और समृद्ध राजस्थान नहीं बनाना चाहती? क्या भाजपा की नीति-रीति में विरोधाभास है? क्या देश के सबसे बड़े राज्य के जिले कम करना चाहती है? क्या भाजपा में आपसी तालमेल का आभाव है? क्या लद्दाख की भांति राजस्थान की जनता को और जिले बनाकर सौगात देने की मंशा रखते है?, या फिर चुनावी लाभ लेना मात्र उद्देश्य है। ध्यान रखें राजस्थान में भी 6 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं और जनता सब देख रही है। प्रदेश की जनता भाजपा की पर्ची सरकार को सबक सिखाने के लिए तैयार हैं।

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