पाकिस्तान की राजधानी में गृहयुद्ध जैसे हालात, सेना और हजारों इमरान समर्थकों में खूनी संघर्ष, 6 सुरक्षाकर्मियों की मौत

पीटीआई का रेंजर्स पर गोली चलाने का आरोप

पाकिस्तान की राजधानी में गृहयुद्ध जैसे हालात, सेना और हजारों इमरान समर्थकों में खूनी संघर्ष, 6 सुरक्षाकर्मियों की मौत

दपाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन हिंसक हो गया है।

इस्लामाबा। दपाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन हिंसक हो गया है। पार्टी के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई के लिए सड़कों पर उतरे पीटीआई के लोग सुरक्षाबलों से भिड़ गए हैं। हिंसा में सुरक्षाबलों के छह जवानों की मौत हो गई है। वहीं पीटीआई के भी दो लोगों की मौत की बात सामने आई है। हिंसा के बीच इमरान खान की बीवी बुशरा अपने प्रण को पूरा करते हुए इस्लामाबाद के डी-चौक तक पहुंच गई हैं। डी-चौक पर पीटीआई के लोगों ने कब्जा जमा लिया है। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने बल प्रयोग किया है और आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद इस्लामाबाद में सेना को उतार दिया गया है। पाकिस्तान की मीडिया के मुताबितक उपद्रवियों से निपटने के लिए अनुच्छेद 245 के तहत सेना तैनात की गई है। बताया गया है कि प्रदर्शनकारियों के आक्रामक होने के बाद सेना बुलाई गई है।

पीटीआई का रेंजर्स पर गोली चलाने का आरोप
पीटीआई ने कहा है कि रेंजर्स की ओर से प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई गई है। इसमें दो प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है और चार घायल हुए हैं। पीटीआई के नेताओं ने आरोप लगाया है कि शांति से आगे बढ़ रहे पार्टी कार्यकर्ताओं के काफिले पर पहले आंसू गैस के गोले दागे गए और फिर रेंजर्स ने निहत्थे लोगों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी, केपी के सीएम अली अमीन गंदापुर और पार्टी नेताओं ने उनकी रिहाई की मांग को लेकर इस्लामाबाद की तरफ मार्च का ऐलान किया था। पीटीआई कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए इस्लामाबाद की ओर जाने वाली सड़कों पर बैरिकेड लगा दिए गए थे। इसके बावजूद पीटीआई कार्यकर्ताओं को रोका नहीं जा सका और बीते दो दिन से इस्लामाबाद शहर जंग का मैदान बन गया है।

डी चौक जाकर ही मानीं बुशरा
पाक अखबर जियो न्यूज के मुताबिक खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर और पीटीआई नेता उमर अयूब ने विरोध प्रदर्शन के दौरान इमरान की पत्नी बुशरा बीबी के साथ कई बार बात की। उन्होंने बुशरा को डी-चौक की ओर जाने के बजाय संगजानी में प्रदर्शन करने के लिए मनाने की कोशिश की। बुशरा बीबी ने डी-चौक पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने के अपने रुख को बरकरार रखते हुए उसी तरफ बढ़ने का ऐलान किया और वहां पहुंच गईं। गंदापुर और अयूब कथित तौर पर पार्टी नेताओं के साथ संगजानी में प्रदर्शन आयोजित करने के लिए सरकार के साथ आम सहमति पर पहुंचे थे। बुशरा बीबी ने इस योजना को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और डी-चौक की ओर बढ़ने पर जोर दिया। तमाम सलाह को दरकिनार करते हुए उन्होंने समर्थकों को आगे बढ़ने के लिए कहते हुए काफिले की कमान संभाल ली।

शहबाज शरीफ ने की निंदा
पीटीआई के काफिले के इस्लामाबाद में एंट्री करने के बाद हुई हिंसक घटनाओं की प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने निंदा की है। शरीफ ने कहा कि प्रदर्शनकारियों की ओर से सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए हमले किए गए। मोहसिन नकवी और बिलावल भुट्टो ने प्रदर्शन के दौरान हिंसा को आतंकवाद करार देते हुए कहा है कि इसकी जवाबदेही तय की जाएगी।

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Tags: civil war

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