सर्दियों में बिजली कटौती से बनी पानी की किल्लत
सहरिया क्षेत्र के कई गांवों में गहराया जल संकट
बिजली गुल होने पर पानी की समस्या बस्ती के लोगों को परेशानी पैदा कर देती है।
राजपुर। एक तरफ तो सरकार हर घर को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के नाम पर लाखों रुपए का बजट सहरिया क्षेत्र की ग्राम पंचायतो में दे रही है ताकि जल संकट से क्षेत्रवासी परेशान ना रहे। शाहाबाद पंचायत समिति क्षेत्र के गांव बिची, बेहट, कलोनी, बडारा, खांडा सहरोल,शाहपुर, गंगापुर राजपुर,धतुरिया,खटका ,गणेशपुरा,सेमली फाटक आदि ग्राम पंचायत में सरकारी ट्यूबवेल लगी हुई है जो बिजली आने पर उपयोगी साबित होती हैं और बिजली गुल होने पर अनुपयोगी शोपीस मात्र बनकर रह जाती हैं। इसके चलते इन गांवों के बाशिंदों को दैनिक आवश्यकता के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है और सर्दी के मौसम में पानी की समस्या लोगों को परेशानी का सबब बनी हुई है।
पानी के लिए होते है लड़ाई झगडे
अर्जुन सहरिया, बद्री सहरिया, मिलन सहरिया, बाई सहरिया रामनिवास सहरिया ने बताया कि गंगापुर सहरिया बस्ती में करीब 70-80 सहरिया परिवार निवास करते हैं। इस बस्ती में एक ट्यूबवेल लगी हुई है। जिससे लोग दैनिक आवश्यकता की पूर्ति के लिए पानी लेते हैं लेकिन बिजली गुल होने पर पानी की समस्या बस्ती के लोगों को परेशानी पैदा कर देती है। दिनभर बिजली नहीं आती है तो ट्यूबवेल नहीं चलती है और बिजली आने-जाने का कोई निर्धारित समय भी तय नहीं है। ऐसे में पेयजल के लिए कड़ी मशक्कत उठानी पड़ रही है। जब बिजली आती है तो पानी भरने को लेकर लोगों की भीड़ जमा हो जाती है और इस दौरान लड़ाई झगड़ा भी पानी को लेकर अक्सर होते रहते हैं।
खेतों में चल रहा पलेवा कार्य, पानी की है जरूरत
ग्रामीणों का कहना है कि खेतों में पानी की सिंचाई पलेवा का काम चल रहा है। ऐसे में पर्याप्त मात्रा में बिजली मुहैया नहीं हो पा रही है। ऐसे में दूर-दराज क्षेत्र से पानी का जुगाड़ करना पड़ता है अगर बिजली आती है तो ट्यूबबैल पर पानी भरने वालों की भीड़ लगी रहती हैं तो आवश्यकता के अनुरूप लोगों को पानी नहीं मिल पाता है। अगर ट्यूबवेल के पास पक्की पानी टंकी का निर्माण या फिर प्लास्टिक की टकियां लगवा दी जाए तो पर्याप्त मात्रा में पानी मिलता रहेगा और सर्दी के मौसम में पानी की मारामारी की समस्या से निजात मिल सकती है। पानी की टंकी बनवाने की मांगवहीं बस्तीवासियों ने ट्यूबवेल के स्थान पर पानी टंकी निर्माण करवाने की क्षेत्रीय विधायक ललित मीणा से मांग की है ताकि बिजली नहीं आए, तब भी लोगों को आवश्यकता के अनुरूप पानी टंकी से पानी उपलब्ध हो सके। शाहाबाद पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत में अधिकतर पेयजल सुविधा की दृष्टि से सिंगल फेस की ट्बवेल लगी हुई है जो बिजली आने पर चलती रहती हैं लेकिन कई स्थानों पर ट्यूबवेल के पास पानी की टंकी नहीं लगी हुई है। ऐसे में पानी बिजली आने पर ट्यूबवेल से ही क्षेत्र के लोगों को मिल पाता है अगर पानी टंकीयों का निर्माण या प्लास्टिक की बड़ी टंकियां लगवा दी जाए तो पर्याप्त मात्रा में पानी टंकी से क्षेत्र के लोगों को मिलता रहेगा और पानी की समस्या से सर्दी के मौसम में निजात मिल सकती है। लोगों ने सबंधित विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से पानी टंकी निर्माण करवाने की मांग की है।
पानी टंकी का निर्माण हो जाए तो बिजली जाने पर भी आसानी से पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध होता रहेगा। इस मामले को अधिकारियों को गंभीरता से लेना चाहिए।
- अर्जुन बंजारा, ग्रामीण।
सर्दी के मौसम में पानी की समस्या बिजली के चलते झेलनी पड़ रही है। ट्यूबवेल तो लगी हुई है लेकिन पानी स्टोरेज करने के लिए टंकी नहीं लगाई गई है। ऐसे में समस्या बनी हुई है।
- मिलन सहरिया, ग्रामीण।
गंगापुर सहरिया बस्ती में अधिकारियों को पानी टंकी का निर्माण करवाना चाहिए ताकि ग्रामीणों को बिजली जाने पर पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़े।
- बद्री सहरिया, ग्रामीण।
पानी के लिए भटकने को मजबूर
गंगापुर सहरिया बस्ती में 70 - 80 परिवार हैं। बिजली के भरोसे मोटर संचालित होती है। बिजली कटौती होने से पानी की समस्या बनी हुई है पानी टंकी बनवाई जानी चाहिए।
- श्रीमती बाई सहरिया, ग्रामीण।
बिजली कटौती पेयजल समस्या में बाधा उत्पन्न कर रही है। अगर बिजली दिनभर नहीं आती है तो पानी के लिए लोग इधर-उधर भटकते रहते हैं ट्यूबवेल पर पानी टंकी का निर्माण होना चाहिए।
- रामनिवास सहरिया, ग्रामीण।
ग्राम पंचयत में जहां सिंगल फेस ट्यूबवेल लगे हुए हैं और पानी टंकी नहीं बनी है तो वहां पर पानी टंकियों का निर्माण कराया जाएगा ताकि ग्रामीणों को पर्याप्त मात्रा में बिजली जाने पर भी आसानी से पेयजल उपलब्ध हो सके।
- बनवारीलाल मीणा, विकास अधिकारी, शाहाबाद।
Comment List