एचएमपीवी वायरस : जेकेलोन अस्पताल अलर्ट मोड पर, अलग से आइसोलेशन वार्ड किया शुरू
वायरस बच्चों को करता है ज्यादा प्रभावित
अस्पताल प्रशासन ने वायरस के लिए डेडिकेटेड ओपीडी के साथ-साथ 10 बैड का आईसोलेशन वार्ड शुरू किया है।
जयपुर। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस यानी एचएमपीवी ने चीन के बाद भारत में भी दस्तक दे दी है। हालांकि यह वायरस नया नहीं है और यह ज्यादा नुकसानदायक भी नहीं है। इस वायरस से मृत्यु दर भी ना के बराबर ही है, लेकिन फिर भी सतर्कता बरत कर इस वायरस से बचा जा सकता है। राज्य सरकार भी इस वायरस को लेकर अलर्ट है, लेकिन यह वायरस कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है और उनमें भी छोटे बच्चों को इससे ज्यादा खतरा है। इसे देखते हुए अब राजधानी जयपुर में बच्चों के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जेकेलोन में भी व्यवस्थाएं पुख्ता कर दी गई हैं। एचएमपीवी वायरस की दस्तक को देखते हुए जेके लोन अस्पताल में अलर्ट जारी किया गया है। देशभर में सामने आ रहे मामलों को देखते हुए अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड शुरू किया गया है। अस्पताल प्रशासन ने वायरस के लिए डेडिकेटेड ओपीडी के साथ-साथ 10 बैड का आईसोलेशन वार्ड शुरू किया है।
वेंटिलेटर से लेकर तमाम व्यवस्थाएं होंगी
अस्पताल अधीक्षक डॉ. कैलाश मीणा ने बताया कि वायरस के संक्रमित मरीज में कोविड 19 जैसे ही लक्षण दिखते हैं। वायरस सर्वाधिक छोटे बच्चों को निशाना बनाता है। जिससे स्प्रेड की आशंका ज्यादा होती है। वायरस से संक्रमित मरीज में शुरुआत में खांसी, गले में घरघराहट, नाक बहने और गले में खराश जैसी दिक्कतें दिखती है, जो बाद में निमोनिया या ब्रोंकाइटिस में तब्दील हो सकती है। उन्होंने बताया कि यह नया वायरस नहीं है, लेकिन जिस तरह से केस बढ़ने लगे हैं, उसको देखते हुए एहतियातन प्रशासन अलर्ट है और इसे देखते हुए हमनें अलग से आईसोलेशन वार्ड शुरू किया है। इस आइसोलेशन वार्ड में वेंटिलेटर समेत सभी तरह की व्यवस्थाएं की गई हैं।
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