असर खबर का : पनवाड़ श्मशान घाट की बदहाली दूर, दीवार व पुलिया मरम्मत से मिली राहत
अतिवृष्टि के कारण श्मशान घाट की सुरक्षा दीवार ढह गई थी
ग्रामीणों ने दैनिक नवज्योति द्वारा समस्या उठाए जाने और प्रशासन की तत्परता के लिए आभार व्यक्त किया।
पनवाड़। पनवाड़ देवली-अरनिया स्टेट हाईवे पर स्थित पनवाड़ श्मशान घाट की जर्जर स्थिति को लेकर दैनिक नवज्योति में प्रकाशित समाचार का असर साफ दिखाई देने लगा है। खबर के प्रकाशन के बाद ग्राम पंचायत एवं प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए श्मशान घाट की क्षतिग्रस्त बाउंड्री वॉल और प्रवेश मार्ग पर बनी पुलिया का मरम्मत कार्य पूर्ण करा दिया है। इससे लंबे समय से चली आ रही ग्रामीणों की गंभीर समस्या का समाधान हो गया है। जानकारी के अनुसार करीब दो वर्ष पूर्व क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि और नदी में आए तेज बहाव के कारण श्मशान घाट की सुरक्षा दीवार ढह गई थी। वहीं प्रवेश द्वार पर बनी पुलिया भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। हालात ऐसे हो गए थे कि विशेषकर बारिश के मौसम में शव यात्रा को श्मशान घाट तक ले जाना बेहद जोखिमभरा और पीड़ादायक हो गया था।
जनभावनाओं को देखते हुए शुरू हुआ कार्य
लाखों रुपए की लागत से निर्मित संरचनाओं के क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों में गहरा असंतोष व्याप्त था। स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराने के बावजूद जब समस्या का समाधान नहीं हुआ तो इसे समाचार पत्र में प्रमुखता से उठाया गया। इसके बाद ग्राम पंचायत ने जनहित को प्राथमिकता देते हुए मरम्मत कार्य को स्वीकृति प्रदान की और निर्माण कार्य आरंभ कराया। मरम्मत कार्य के तहत श्मशान घाट की नई व मजबूत बाउंड्री वॉल का निर्माण किया गया है,वहीं जर्जर पुलिया को भी दुरुस्त कर सुरक्षित आवागमन योग्य बनाया गया है। अब अंतिम संस्कार के दौरान परिजनों और ग्रामीणों को कीचड़, जलभराव या टूटे रास्तों से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा।
श्मशान घाट की व्यवस्थाओं में हुए सुधार पर कस्बेवासियों ने राहत की सांस ली है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस कार्रवाई से न केवल वर्षों पुरानी समस्या का समाधान हुआ है,बल्कि श्मशान घाट की गरिमा और सम्मान भी पुन: स्थापित हुआ है। ग्रामीणों ने खबर के माध्यम से समस्या उठाए जाने और प्रशासन की तत्परता के लिए आभार व्यक्त किया है।

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