राज्यसभा चुनाव: सुनील जाखड़ हो सकते हैं भाजपा प्रत्याशी, तीन दिन पहले कांग्रेस छोड़ थामा भाजपा का दामन
राज्यसभा चुनावों में भाजपा इस बार नया खेल कर सकती है।
राज्यसभा के लिए राजस्थान से चार सदस्य चुने जाने हैं। दस जून को चुनाव होगा।
जयपुर। राज्यसभा चुनावों में भाजपा इस बार नया खेल कर सकती है। वह तीन दिन पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ को राजस्थान से अपना प्रत्याशी बना सकती है। करीब 68 साल के सुनील जाखड़ 50 साल तक कांग्रेस के साथ रहे हैं। जाखड़ का राजस्थान से गहरा नाता रहा है। उनके पिता पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ सीकर से दो बार सांसद रह चुके हैं। जाखड़ का गंगानगर हनुमानगढ़ जिलों की 11 सीटों पर तो सीधा असर है ही, बीकानेर और शेखावाटी में भी प्रभाव माना जाता है। राज्यसभा के लिए राजस्थान से चार सदस्य चुने जाने हैं। दस जून को चुनाव होगा। विधायकों की संख्या के अनुसार कांग्रेस की दो और भाजपा की एक सीट पर जीत तय है। भाजपा ने दूसरा उम्मीदवार खड़ा करे तो चौथी सीट के लिए रोचक मुकाबला होगा।
सुनील जाखड़ का सियासी सफर: जाखड़ पंजाब कांग्रेस के प्रमुख हिंदू नेता थे। वह अबोहर के पंचकोसी के हैं। उनके पिता बलराम जाखड़ भी कांग्रेस के दिग्गजों में शामिल थे। उनका परिवार तीन पीढ़ियों से कांग्रेस से जुड़ा रहा। जाखड़ 2002 में पहली बार अबोहर शहर से विधायक चुने गए थे। वह यहां से तीन बार विधायक बने। इसके बाद वह 2012 से 2017 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे। सुनील जाखड़ ने भाजपा का गढ़ माने जाने वाली गुरदासपुर लोकसभा सीट से 2017 में बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। कैप्टन जब 2017 के बाद मुख्यमंत्री बने तो जाखड़ पंजाब कांग्रेस के प्रधान रहे।
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