जीपीएस के माध्यम से दबोचे मास्टर माइंड सहित चार बदमाश
30 लाख के चोरी हुए वाहन पकडेÞ, 8 बुलेट व कार सहित 20 वाहन बरामद
उदयपुर। पुलिस ने जीपीएस की मदद से अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग के मास्टरमाइंड सहित 4 आरोपियों को पकड़ा है। सवीना पुलिस ने चोरी की 20 बाइक और 1 कार को भी बरामद किया है। इनमें 8 बुलेट बाइक भी शामिल हैं। शौक-मौज में आरोपी लाखों रुपए की बुलेट को मिनटों में पार कर 30 हजार रुपए में बेच देते थे।
उदयपुर। पुलिस ने जीपीएस की मदद से अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग के मास्टरमाइंड सहित 4 आरोपियों को पकड़ा है। सवीना पुलिस ने चोरी की 20 बाइक और 1 कार को भी बरामद किया है। इनमें 8 बुलेट बाइक भी शामिल हैं। शौक-मौज में आरोपी लाखों रुपए की बुलेट को मिनटों में पार कर 30 हजार रुपए में बेच देते थे।
एसपी मनोज चौधरी ने बताया कि 12 जून को सवीना थाने में एक बाइक चोरी का ऐसा मामला दर्ज हुआ जिसमें जीपीएस सिस्टम लगा था। मामला दर्ज होने के बाद से एक्टिव जीपीएस की मदद से पुलिस वाहन चोर तक पहुंची। इसके बाद कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश किया। आरोपियों की निशानदेही पर चोरी की 20 बाइक और एक कार भी बरामद हुई है। पुलिस ने आरोपी शोयब पुत्र मोहम्मद शरीफ, अहमद पुत्र नसीम अख्तर निवासी नया मोहल्ला, नाथद्वारा, रसीद उर्फ जीमल पुत्र आमीन निवासी नई ईरास, भीलवाड़ा व यमुनेश उर्फ राहुल पुत्र रामचंद्र निवासी भारजी का खेड़ा, मांडलगढ़ भीलवाड़ा को गिरफ्तार किया। ये आरोपी पूर्व में भी वाहन चोरी, हत्या और अन्य प्रकरण में गिरफ्तार हो चुके हैं। गिरोह के सदस्यों ने उदयपुर, भीलवाड़ा और राजसमंद में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। चोरी हुई एक बाइक में जीपीएस लगा हुआ था और पुलिस ने सबसे पहले उसी बाइक को बरामद किया और फिर कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पूरी गैंग का पकड़ा।
जब्त वाहनों की औसतन कीमत 30 लाख रुपए हैं। ऐसे में महज 2 हजार रुपए के जीपीएस सिस्टम ने 30 लाख रुपए कीमत के चोरी किए गए वाहनों तक पुलिस को पहुंचने में मदद की है। आरोपी इतने शातिर थे कि महज कुछ मिनटों में मौका पाकर बुलेट का भी हैंडल लॉक तोड़ लेते थे। इसके बाद कुछ दिन उसे अपने पास रखकर महज 25 से 30 हजार रुपए में बेच देते। आरोपी शराब पीने के शौकीन हैं। पेशे से मैकेनिक और ड्राइवर रह चुके ये बदमाश शौक-मौज के लिए पैसे की जरूरत होने पर वाहन चोरी करते थे।
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