नहीं रहें रावण : मशहूर टीवी अभिनेता अरविंद त्रिवेदी का निधन

नहीं रहें रावण : मशहूर टीवी अभिनेता अरविंद त्रिवेदी का निधन

टेलीविजन अभिनेता और धारावाहिक रामायण में रावण का किरदार निभाकर मशहूर हुए अरविंद त्रिवेदी का मंगलवार की रात निधन हो गया।

मुंबई। टेलीविजन अभिनेता और धारावाहिक रामायण में रावण का किरदार निभाकर मशहूर हुए अरविंद त्रिवेदी का मंगलवार की रात निधन हो गया। वह 82 साल के थे। वह पिछले कई सालों से बीमार थे और कुछ महीनों पहले उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। कल देर रात उन्होंने अंतिम सांसे ली।


उनका अंतिम संस्कार मुंबई में बुधवार को कांदिवली वेस्ट में स्थित दहानुकरवाड़ी श्मशान घाट में किया जाएगा। रामायण धारावाहिक में लक्ष्मण के किरदार को निभाने वाले अभिनेता सुनील लहरी ने इंस्टाग्राम पर अरविंद की एक तस्वीर को साझा करते हुए लिखा, “ यह बेहद दुख की बात है कि अरविंद भाई अब नहीं रहे। उनकी आत्मा को शांति मिलें। वह मेरे लिए पिता समान थे।”

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर लिखा है कि लोकप्रिय धारावाहिक 'रामायण' में अपने शानदार अभिनय से दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ने वाले प्रसिद्ध अभिनेता अरविंद त्रिवेदी जी के निधन का दुखद समाचार मिला। समाजसेवा एवं अध्यात्म क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए उन्हें सदैव याद किया जाता रहेगा। ॐ शान्ति!


उल्लेखनिय है कि त्रिवेदी बाद में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये थे और 1991 से लेकर 1996 तक साबरकांठा से सांसद रहे।


 

Read More मणिपुर में 11 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान जारी, मतदाताओं को धमकाने, ईवीएम को नष्ट करने तथा गोलीबारी के बाद भड़की थी हिंसा

Post Comment

Comment List

Latest News

मुंबई इंडियंस की बस जाम में फंसी, फैन ने मदद कर निकलवाया मुंबई इंडियंस की बस जाम में फंसी, फैन ने मदद कर निकलवाया
रास्ते में टीम की बस एक चौराहे पर जाम में अटक गई। जिसके बाद कई फैंस बस के सामने से...
एसएमएस अस्पताल के हाल: पर्स-मोबाइल के बाद अब जूते-चप्पल भी होने लगे चोरी
राह आसान करने वाले साइन बोर्ड बने आमजन की मुसीबत
भाजपा अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति के लिए करती है काम :  मुख्यमंत्री
माकपा ने लगाया पीएम मोदी पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप 
मुख्यमंत्री ने 13 सीटों के चुनाव प्रचार में झोंकी ताकत, सरकार की पहली सियासी परीक्षा में नहीं छोड़ना चाहते कोई कसर
विज्ञान संकाय ही नही, विद्यार्थियों के डॉक्टर बनने का सपना कैसे होगा साकार