आंनदम गतिविधि के तहत छात्रों ने किए कई कार्यक्रम
यह कार्य परमार्थम के साथ मिलकर पांच संस्कार केंद्रो पर प्रारभ किया
साक्षरता अभियान के तहत इन कच्ची बस्तियों में प्रतिदिन सुबह औऱ शाम राजस्थान विश्वविद्यालय के स्नातकोतर विभागों के विद्यार्थी आनन्दम गतिविधि के माध्यम से नियमित शिक्षण कार्य करवाते है।
जयपुर। आर यू स्टूडेंट्स ने कच्ची बस्ती, जिन्हें टीलों के रूप में जाना जाता है। वहां पर शिक्षण कार्य करवाया। यह कार्य परमार्थम के साथ मिलकर पांच संस्कार केंद्रों पर प्रारभ किया गया है। आनंदम साक्षरता अभियान के प्रभारी रोहित कुमार जैन ने बताया कि कुलपति प्रो. अल्पना कटेजा की प्रेरणा से आनन्दम गतिविधि के माध्यम से विद्यार्थीयो को मुख्य धारा के बाहर के समुदाय से जोड़कर उनके लिए कार्य करने के लिए प्रेरित किया है। साक्षरता अभियान के तहत इन कच्ची बस्तियों में प्रतिदिन सुबह औऱ शाम राजस्थान विश्वविद्यालय के स्नातकोतर विभागों के विद्यार्थी आनन्दम गतिविधि के माध्यम से नियमित शिक्षण कार्य करवाते है।
इस शिक्षण कार्य मे नैत्तिक शिक्षा, संस्कार ,भाषा की प्रारंभिक जानकारी, कैरियर दिशा निर्देश ,नैत्तिक कहानियां आदि के माध्यम से संस्कार निर्माण का कार्य किया जा रहा है। साथ ही इन बस्तियों में शैक्षिक जागरूकता, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ को लेकर जागरूकता के लिए भी समुदायिक स्तर पर कार्यक्रम किये जा रहे है। इन बस्तियों में काम करना विश्वविद्यालय के विद्यार्थीयो के लिए अनूठा अनुभव है, जिसमे ना केवल वे वहां सीखा रहे है, अपितु स्वयं भी सीख रहे है। राज्य के सबसे बड़े विश्वविद्यालय राजस्थान विश्वविधालय की कुलपति प्रो. अल्पना कटेजा के नेतृत्व में विद्यार्थीयो को मुख्य धारा से बाहर के समुदाय से जोड़ने के लिए यह अभिनव प्रयोग किया है। जिसके माध्यम से करुणा, अनुकम्पा, मैत्री, सद्भभाव के गुण विद्यार्थीयो के जीवन मे विकसित किये जा रहे है।
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