सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को समय पर मिल सकेगा इलाज-आयुक्त
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर का उद्घाटन किया
इसका मुख्य उद्देश्य सेंटर पर मिलने वाली सड़क हादसों की सूचना पर घायलों तक तुरंत एंबुलेंस के जरिए चिकित्सा सहायता प्राप्त कराना है। परिवहन आयुक्त ने कहा कि सड़क हादसों में घायलों का अमूल्य जीवन बचाना विभाग का पहला दायित्व है।
जयपुर। सड़क हादसों में घायल व्यक्तियों को समय पर चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने और उनका अमूल्य जीवन बचाने के उद्देश्य से गठित सड़क सुरक्षा वार का परिवहन एवं सड़क सुरक्षा आयुक्त केएल स्वामी ने स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) का उद्घाटन किया। सचिवालय स्थित पुस्कालय भवन में संचालित वॉर रूम को इमरजेंसी रिस्पोंस सपोर्ट सिस्टम के रूप में स्थापित किया गया है।
इसका मुख्य उद्देश्य सेंटर पर मिलने वाली सड़क हादसों की सूचना पर घायलों तक तुरंत एंबुलेंस के जरिए चिकित्सा सहायता प्राप्त कराना है। परिवहन आयुक्त ने कहा कि सड़क हादसों में घायलों का अमूल्य जीवन बचाना विभाग का पहला दायित्व है। इस अवसर पर उन्होंने वॉर की प्रक्रिया का अवलोकन किया और इसके बेहतर संचालन के लिए अपने सुझाव और दिशा निर्देश दिए। वॉर के संचालन के लिए स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर विकसित किया गया है। अधिकारी इंचार्ज महावीर सिंह के साथ-साथ विभाग के सिस्टम एनालिस्ट रोहिताश्व कुमार मीणा और वॉर टीम के सदस्य मौजूद रहे।
ऐसे होगा वॉर रूम का संचालन
आपातकालीन नंबर-112 और 100 पर सड़क हादसे से संबंधित कॉल अभय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पर जाएगी। जिसके लिए संभाग स्तर पर सिर्फ इस काम के लिए विशेष कार्मिक की ओर से कार्रवाई की जाएगी, ताकि घायल व्यक्तियों को तुरंत चिकित्सा सुविधा मिल सकें। घायल व्यक्ति को समय पर एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध नहीं हो पाती है तो निर्धारित एस्केलेशन प्रक्रिया के तहत उच्च स्तर से कार्रवाही की जाएगी। वार रूम के माध्यम से गुड सेमेरिटन को चिन्हित कर पुरस्कार दिलवाने में सहायता की जाएगी। इसके अलावा वॉर रूम टीम की ओर से अपने सुझाव विभाग को उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि भविष्य की दुर्घटनाओं को विभिन्न विभागों से कार्रवाई कराकर रोका जा सकें। इसके लिए दो एक्सपर्ट कंसलटेंट इस टीम में रखे जा रहे हैं।
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