राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी होगी दूर, 59 शहरों के सरकारी अस्पतालों में स्थापित किए जाएंगे प्लांट
प्रदेश के 59 शहरी निकायों में स्थित सरकारी अस्पतालों में 50 सिलेण्डर से 2000 सिलेण्डर प्रतिदिन क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इन प्लांटों का प्रतिदिन उत्पादन 120 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के बराबर होगा और प्रतिदिन 12000 सिलेण्डर भरे जा सकेंगे जो कि 6000 बेड के लिए पर्याप्त होंगे। इसी प्रकार उत्पादित ऑक्सीजन पाइपलाइन के जरिए 7500 बेड को उपलब्ध कराई जा सकेगी।
जयपुर। प्रदेश के 59 शहरी निकायों में स्थित सरकारी अस्पतालों में 50 सिलेण्डर से 2000 सिलेण्डर प्रतिदिन क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इन प्लांटों का प्रतिदिन उत्पादन 120 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के बराबर होगा और प्रतिदिन 12000 सिलेण्डर भरे जा सकेंगे जो कि 6000 बेड के लिए पर्याप्त होंगे। इसी प्रकार उत्पादित ऑक्सीजन पाइपलाइन के जरिए 7500 बेड को उपलब्ध कराई जा सकेगी। 59 ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर लगभग 120-125 करोड़ खर्च होंगे। यह राशि नगरीय विकास विभाग एवं स्वायत्त शासन विभाग की नगरीय इकाइयां वहन करेंगी। सभी प्लांट आगामी दो माह में लगाए जाएंगे। प्लांट लगाने वाली कम्पनियों से 8 मई तक प्रस्ताव लिए जाएंगे और 10 मई तक चयनित कम्पनियों को प्लांट लगाने के कार्यादेश जारी कर दिए जाएंगे। नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल की अध्यक्षता में बुधवार को उनके निवास स्थान पर एक उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास विभाग कुंजीलाल मीणा, शासन सचिव स्वायत्त शासन विभाग भवानी सिंह देथा, आयुक्त जयपुर विकास प्राधिकरण गौरव गोयल, निदेशक एवं विशिष्ठ सचिव स्वायत्त शासन विभाग दीपक नन्दी, मुख्य अभियन्ता भूपेन्द्र माथुर उपस्थित थे।
9 वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी गठित
ऑक्सीजन प्लान्ट लगाने की संपूर्ण प्रक्रिया के लिए 9 वरिष्ठ अधिकारयों की उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। समिति प्रदेश के राजकीय चिकित्सालय में अलग-अलग क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए तकनीक का निर्धारण करेगी एवं ऑक्सीजन प्लांट के एक वर्ष के संचालन व रखरखाव, दो साल की वारंटी, डीएलपी के साथ पीसीए टेक्नोलॉजी सहित प्लांट निर्माताओं के पूर्व अनुभव वित्तीय क्षमताओं, नियमों एवं शर्तो को शामिल करते हुए अभिरूची की अभिव्यक्ति तैयार कर ईओआई जारी करेगी।
कहां कितनी क्षमता के लगेंगे प्लांट
प्रदेश में जिन 59 स्थानों पर विभिन्न क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। उनमें अजमेर में अजमेर विकास प्राधिकरण, बीकानेर में नगर सुधार न्यास एवं भरतपुर में नगर निगम एवं नगर सुधार न्यास की ओर से 500 सिलेण्डर प्रतिदिन क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। जयपुर में जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से 2000 सिलेण्डर प्रतिदिन, जोधपुर में जोधपुर विकास प्राधिकरण की ओर से 1000 सिलेण्डर प्रतिदिन, कोटा में नगर सुधार न्यास की ओर से 1000 सिलेण्डर प्रतिदिन, उदयपुर में नगर सुधार न्यास की ओर से 1000 सिलेण्डर प्रतिदिन, किशनगढ़ एवं ब्यावर में नगर परिषद की ओर से 75-75 सिलेण्डर प्रतिदिन, अलवर में नगर सुधार न्यास की ओर से 150 सिलेण्डर प्रतिदिन, भिवाड़ी में नगर सुधार न्यास की ओर से 75 सिलेण्डर प्रतिदिन, बाड़मेर में नगर सुधार न्यास की ओर से 150 सिलेण्डर प्रतिदिन, बालोतरा एवं बांसवाड़ा में नगर परिषद की ओर से 150-150 सिलेण्डर प्रतिदिन, भीलवाड़ा में नगर सुधार न्यास की ओर से 500 सिलेण्डर प्रतिदिन, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर में नगर परिषद एवं नगर सुधार न्यास, प्रतापगढ़ नगर परिषद, दौसा नगर परिषद, डूंगरपुर नगर परिषद, टोंक नगर परिषद, धौलपुर नगर परिषद, मकराना नगर परिषद, झालावाड़, राजसमंद एवं झालरापाटन में 100-100 सिलेण्डर प्रतिदिन, सुजानगढ़ में नगर परिषद की ओर से 50 सिलेण्डर प्रतिदिन, जालौर, गंगानगर, झुंझुनूं, पाली, नागौर, हनुमानगढ़, सीकर, सिरोही नगर परिषद की ओर से 150-150 सिलेण्डर प्रतिदिन, निम्बाहेड़ा, रतनगढ़, सरदारशहर, नवलगढ़, मेड़ता सिटी, फ तेहपुर, देवली, सूरतगढ़, पिपाड़सिटी, शाहपुरा, रींगस, पिलानी, बामनवास नगर पालिकाओं की ओर से 50-50 सिलेण्डर प्रतिदिन, सुमेरपुर, कुचामन सिटी, सोजत सिटी, भीनमाल, निवाई, केकड़ी, फलौदी, कोटपुतली नगर पालिकाओं की ओर से 75-75 सिलेण्डर प्रतिदन, आबू रोड एवं नाथद्वारा नगरपालिका की ओर से 100-100 सिलेण्डर प्रतिदिन क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे।
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