अब निवेश का बदला ट्रेंड चांदी की बढ़ रही चमक
सोने की तुलना में चांदी के दामों में ज्यादा हो रहा इजाफा, निवेश कर्ताओं की तादाद में आई तेजी
वर्तमान में सोने की तुलना में चांदी में ज्यादा निवेश किया जा रहा है। ऐसे में मांग बढ़ने के कारण चांदी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं सोने के दामों में मामूली इजाफा हो रहा है।
कोटा। बीते सालों में नोटबंदी और कोरोना काल के बाद निवेश का तौर तरीका बदलता जा रहा है। मुद्रा और शेयर बाजार में अनिश्चितता के कारण सोने-चांदी में निवेशकर्ताओं की तादाद में तेजी आई है। इन दिनों शादियों की धूम और मांग के चलते चांदी के दाम सोने की तुलना में ज्यादा बढ़ रहे हैं। इस कारण चांदी में निवेशकर्ता ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। हालांकि मांग के चलते चांदी के दाम 61 हजार को पार कर गए हैं। 24 घंटे में ही गुरुवार को चांदी के दाम में छह सौ रुपए का उछाल आया।सर्राफा व्यापारियों के अनुसार बाजार में कीमती धातुओं के तौर पर सोना-चांदी के प्रति लोगों में जबरदस्त आकर्षण बढ़ा है। पिछले साल की तुलना में सरकारी अधिकारी-कर्मचारी भी इसमें ज्यादा निवेश करने लगे हैं। वर्तमान में सोने की तुलना में चांदी में ज्यादा निवेश किया जा रहा है। ऐसे में मांग बढ़ने के कारण चांदी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं सोने के दामों में मामूली इजाफा हो रहा है।
इस समय चांदी में निवेश लाभकारी
निवेश विशेषज्ञों के अनुसार पिछले कुछ माह से सोने-चांदी में उतार-चढ़ाव का दौर बना हुआ है। वर्तमान में सोने की बजाय चांदी में निवेश करना लोगों के लिए फायदे का सौदा बन रहा है। क्योकि सोने की बजाय चांदी के दाम ज्यादा तेज गति से बढ़ रहे हैँ। इस कारण निवेशकर्ताओं को चांदी में निवेश करने पर ज्यादा मुनाफा मिल रहा है। आमतौर पर संतान की शादी के लिए ज्वैलरी में निवेश होता है लेकिन कई बार संतान के शादी लायक होने तक डिजाइन में बदलाव आ जाता है। ऐसे में चांदी की डली में निवेश करना ज्यादा लाभकारी माना जा रहा है।
ये भी हैं निवेश के कारण
चांदी की आधी डिमांड औद्योगिक क्षेत्र से रहती है। इसका इस्तेमाल स्मार्टफोन, टैबलेट, सोलर पैनल से लेकर इलेक्ट्रिक गाडिय़ों तक में होता है। शेयर बाजार में निवेश दस्तावेजी होता है। सरकारी पॉलिसी के आधार पर मार्केट में उतार-चढ़ाव आता है। सरकारी घोषणा के आधार पर लाभ-हानि होते है। अन्य सभी तरह के निवेश में घाटे की आशंका जताई जा सकती है, लेकिन चांदी में निवेश को निकट भविष्य में नुकसान की आशंका नहीं है। आमतौर पर बैंक से मिलने वाले ब्याज और अन्य तरह के निवेश की तुलना में सोने-चांदी की खरीद-फरोख्त पर ज्यादा मुनाफा मिलता रहा है। पुराने सोने-चांदी की बिक्री करने पर भी बेहतर रिटर्न मिलता है, जिससे भविष्य की जरूरतों के मुताबिक खरीद-बिक्री करने पर ज्यादा नुकसान नहीं होता।
इस साल ऐसे रहे चांदी के भाव
चांदी टंच प्रति किलोग्राम
22 जनवरी 62980
22 फरवरी 64550
22 मार्च 67350
22 अप्रेल 69780
22 मई 63370
22 जून 62660
22 जुलाई 57230
22 अगस्त 58750
22 सितम्बर 58000
22 अक्टूबर 58600
22 नवम्बर 60500
पिछले कुछ माह से सोने-चांदी में निवेशकर्ताओं की मात्रा बढ़ी है, लेकिन वर्तमान में चांदी ज्यादा मुनाफा कमा कर दे रही है। अब शादियों में भी चांदियों की ज्वैलरी का चलन ज्यादा होने लगा है। इस कारण चांदी के दाम सोने की तुलना में ज्यादा बढ़ रहे हैं।
-संजय गोयल, सर्राफा व्यापारी
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