सड़कों की भूल भुलैया: गलत दिशा में वाहन चला रहे शहरवासी
कई प्रमुख मार्गों और चौराहों पर बन जाती है जाम और हादसे की स्थिति
कोटा के लगभग हर सड़क पर गलत दिशा में वाहन चलाते हुए मिल जाएंगे।
कोटा। शहर को सिग्नल फ्री बनाने के लिए कई स्थानों पर अंडर पास और फ्लाईओवर का निर्माण किया गया, ताकि शहर में लगने वाले जाम से मुक्ति मिल सके। लेकिन ये फ्लाई ओवर और अंडर पास अब भूल भुलैय्या की तरह बन गए हैं। शहरवासी चौराहों और अंडरपास के कारण एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए नए नए रास्ते खोज रहे हैं। इस चक्कर में जल्दी पहुंचने के लिए वाहन चालक गलत दिशा में वाहन चलाने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। कोटा के लगभग हर सड़क पर गलत दिशा में वाहन चलाते हुए मिल जाएंगे।
सबसे ज्यादा एयरोड्राम और अंटाघर चौराहे पर
शहर में सबसे ज्यादा गलत दिशा में वाहन चलाने की घटनाएं एयरोड्राम सर्कल और अंटाघर चौराहे पर देखने का मिलती है। दोनों ही स्थानों पर वाहन चालक मोड़ से बचने के लिए वाहन को गलत दिशा में ले जाते हैं। एयरोड्राम सर्कल पर डीसीएम से छावनी की ओर जाने वाले कई बार गलत लेन और दिशा में वाहन ले जाते हैं जिससे कई बार दुर्घटना को चुकी है। इसी तरह घोड़ा वाला सर्कल से विज्ञान नगर की ओर जाने वाले वाहन चालक भी कई बार समय बचाने के चक्कर में गलत दिशा में वाहन ले जाते हैं। अंटाघर चौराहे पर भी कई बार यही स्थिति बनी रहती है यहां भी जेडीबी कॉलेज की ओर से पुलिस लाइन की ओर जाने वाले वाहन गलत दिशा से निकलते हैं। यहां ब्लाइंड स्पॉट होने के चलते कई दुर्घटना हो चुकी हैं।
कोटड़ी चौराहे पर भी गलत दिशा में चलते वाहन
शहर के एयरोड्रॉम और अंटाघर चौराहे के अलावा कोटड़ी सर्कल भी गलत दिशा में वाहन चलाने वालों की भरमार है। यहां केडीए ने यहां ग्रेड सेपरेटर बनाते समय एक सड़क नयापुरा की ओर से आने वाहनों के लिए यू टर्न लेने और दूसरी सड़क गुमानपुरा से एयरोड्राम की ओर जाने वालों के लिए बनाई थी। लेकिन दोनों हा सड़कों पर गलत दिशा में वाहन चलाने वाले मार्ग पर जाम की स्थिति बना देते हैं।
लोगों का कहना है
शहर में चौराहों पर नए अंडर पास और फ्लाईओवर बनने से कई रास्ते बहुत लंबे हो गए हैं। लोगों को आधे से एक किलोमीटर का चक्कर लगाकर आना पड़ता है जिससे बचने के लिए वो गलत दिशा में वाहन ले आते हैं। इससे हादसों का खतरा भी बढ़ता है।
-प्रतीक मालव, गोविंद नगर
शहर के कई रास्तों पर गलत दिशा में वाहन चलाने के मामले बढ़ गए हैं। हर तीसरा व्यक्ति वाहन को गलत दिशा में चला रहा है। पुलिस को इन पर कारवाई कर ऐसे स्थानों को बंद करना चाहिए जहां गलत दिशा में वाहन चल रहे हैं।
- आकाश मेघवाल, केशवपुरा
शहर में प्रमुख मार्गों और चौराहों पर ही गलत दिशा में वाहन चलाने के सबसे ज्यादा मामले हैं। इनकी वजह से कई बार दुर्घटना की संभावना बहुत बढ़ जाती है। साथ ही यातायात का दबाव ज्यादा होने से जाम की स्थिति अलग बन जाती है।
- दीपक जैन, स्वामी विवेकानंद नगर
इनका कहना है
शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर जवान की तैनाती की हुई है, गलत दिशा में वाहन चलाते पाए जाने पर तुरंत कारवाई की जाती है। जहां भी ऐसी स्थिति वहां जवान की तैनाती कर कारवाई सख्त करेंगे।
- पूरण सिंह मीना, ट्रैफिक इंस्पेक्टर, कोटा
Comment List