
एलन कोचिंग की एक और छात्रा ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
दस माह में ही 17 स्टूडेन्ट्स की हो चुकी मौत , कोटा में रहकर कर रही थी नीट की तैयारी
पुलिस को उसके कमरे में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। छात्रा काम्या सिंह (19) पुत्री विवेक यादव अपने माता पिता के साथ ओपी आधार अपार्टमेंट 95 शक्ति नगर दादाबाड़ी में रह रही थी। उसके पिता कोटा थर्मल में इंजीनियर हैं।
कोटा । कोचिंग छात्र-छात्राओं द्वारा आत्महत्या करने के बढ़ते मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। शुक्रवार को एलन कोचिंग की एक और छात्रा ने गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस वर्ष जनवरी से अब तक दस माह में ही 17 कोचिंग विद्यार्थियों की मौत हो चुकी है। पुलिस ने बताया कि किशोरपुरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक कोचिंग छात्रा ने घर पर ही खिड़की के एंगल से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। कोचिंग छात्रा के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस को उसके कमरे में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। छात्रा काम्या सिंह (19) पुत्री विवेक यादव अपने माता पिता के साथ ओपी आधार अपार्टमेंट 95 शक्ति नगर दादाबाड़ी में रह रही थी। उसके पिता कोटा थर्मल में इंजीनियर हैं। काम्या सिंह एलन कोचिंग इंस्टीट्यूट से नीट की तैयारी कर रही थी।
पुलिस निरीक्षक हरलाल मीणा ने बताया कि शुक्रवार सुबह आठ बजे सूचना मिली थी कि एक कोचिंग छात्रा ने अपने घर पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा कमरे का मौका मुआयना किया।
डेढ़ बजे पानी पिया था
पिता इंजीनियर विवेक यादव ने पुलिस को बताया कि काम्या सिंह रोजाना की तरह से अपने कमरे में पढ़ाई कर रही थी। डेढ़ बजे तक वह अपने कमरे में जग रहे थे उस समय उन्होंने उसे पानी पीकर कमरे में जाते देखा था। इसके बाद वह कमरे में पढ़ाई कर रही थी।कुछ देर बाद वह सो गए। सुबह छह बजे चाय के लिए उसे जगाने कमरे में गए। दरवाजे पर आवाज दी तो कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने गेट को धक्का देकर खोल दिया। इसके बाद कमरे में गए तो उनके होश उड़ गए। उनकी पुत्री खिड़की के एंगल से अपनी चुन्नी का फंदा लगाकर लटक रही थी। उन्होंने इसके बाद उसे तुरंत फंदे से नीचे उतारा और भारत विकास परिषद अस्पताल लेकर गए। वहां से चिकित्सकों ने एमबीएस अस्पताल के लिए भेज दिया। एमबीएस में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
टेस्ट में कम नंबर मिले थे
एएसआई गिर्राज प्रसाद ने बताया कि काम्या सिंह का रविवार को टेस्ट था। टेस्ट के परिणाम में उसके नंबर कम आने से परेशान चल रही थी, लेकिन उसने अपने माता-पिता को कुछ नहीं बताया था।
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