भारत जोड़ो यात्रा से प्रभावित होंगी पांच लोकसभा सीटें

कांग्रेस की रहेगी हार को जीत में बदलने की जुगत

भारत जोड़ो यात्रा से प्रभावित होंगी पांच लोकसभा सीटें

यात्रा सात जिलों झालावाड़, कोटा, बारां, टोंक, सवाईमाधोपुर, दौसा और अलवर में होकर गुजरेगी। इन जिलों में पांच लोकसभा झालावाड़-बारां, कोटा, टोंक-सवाईमाधोपुर, दौसा और अलवर लोकसभा सीट शामिल हैं।

ब्यूरो/नवज्योति, जयपुर। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के रूट में पांच लोकसभा सीट और उसमें शामिल 40 विधानसभा सीटें दायरे में आएंगी। इस यात्रा में लोगों के जुड़ाव और नेताओं के दौरे से कांग्रेस को आगामी 2024 लोकसभा चुनाव में राजनीतिक फायदा मिल सकता है। राहुल की यात्रा भले ही राजनीतिक नहीं कही जा रही, लेकिन इसका सात जिलों में शामिल पांच लोकसभा क्षेत्रों की 40 विधानसभाओं पर राजनीतिक असर पड़ना तय माना जा रहा है। राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के लिए यात्रा के बाद 2024 लोकसभा चुनाव में कद बढ़ाना सबसे अहम मुद्दा है। राजनीतिक प्रेक्षक भी इस यात्रा के लोकसभा और विधानसभा सीटों के प्रभाव को अभी से आंकने में जुट गए हैं।

इन लोकसभा सीटों से गुजरेंगे राहुल गांधी
यात्रा सात जिलों झालावाड़, कोटा, बारां, टोंक, सवाईमाधोपुर, दौसा और अलवर में होकर गुजरेगी। इन जिलों में पांच लोकसभा झालावाड़-बारां, कोटा, टोंक-सवाईमाधोपुर, दौसा और अलवर लोकसभा सीट शामिल हैं। इसमें प्रति लोकसभा आठ विधानसभा के हिसाब से कुल 40 विधानसभा शामिल हैं। पांच लोकसभा सीटों पर फिलहाल भाजपा के सांसद हैं, लेकिन कांग्रेस को उम्मीद इसलिए बनी हुई है, क्योंकि कुछ सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों का हार में वोट प्रतिशत का अंतर भी सात से 12 प्रतिशत के बीच ही रहा था। इस अंतर को पाटने के लिए यात्रा मील का पत्थर साबित हो सकती है।

भले ही हारे पर कांग्रेस को वोट भी खूब मिले
पांच लोकसभा सीटों पर भले ही दो बार से भाजपा के सांसद जीत रहे हों, लेकिन कांग्रेस के प्रत्याशियों ने भी दूसरे नंबर पर पार्टी के लिए खूब वोट लिए। यात्रा का रूट इस हिसाब से तय किया गया है कि अधिक अंतर से हारने वाली लोकसभा सीटों में यात्रा पहले गुजरेगी और कम अंतर वाली सीटों को बाद के क्रम में रखा गया है। कई सीटों पर वोट प्रतिशत का अंतर सात से 12 प्रतिशत के बीच है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव परिणामों को देखें तो टोंक-सवाईमाधोपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी का वोट प्रतिशत नौ प्रतिशत कम रहा। दौसा सीट पर कांग्रेस का सात प्रतिशत वोट कम रहा। अलवर सीट पर वोट प्रतिशत का अंतर 26 प्रतिशत रहा। इसलिए अलवर के मालाखेड़ा में बड़ी सभा रखी गई है। कोटा सीट पर भी भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशियों में 20 प्रतिशत वोट का अंतर रहा। इसलिए कोटा में भी यात्रा रणनीतिक रूप से निकाली जा रही है। झालावाड़-बारां सीट पर भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशियों के वोट प्रतिशत में सबसे ज्यादा 33 प्रतिशत वोटों का अंतर रहा। इसलिए कांग्रेस ने यात्रा का शुभारंभ झालावाड़ से किया है।

 लोकसभा सीटों में ये विधानसभा भी शामिल
    झालावाड-बारां: किशनगंज, अंता, छबड़ा, खानपुर, झालरापाटन, मनोहरथाना, बारां-अटरू, डग। 

    अलवर: तिजारा, किशनगढ़वास, मुंडावर, बहरोड, अलवर ग्रामीण, अलवर शहर, रामगढ़, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़। 

    दौसा: बस्सी, चाकसू, थानागाजी, बांदीकुई, महुवा, सिकराय, दौसा, लालसोट।

    टोंक-सवाईमाधोपुर: गंगापुर, बामनवास, सवाईमाधोपुर, खंडार, मालपुरा, निवाई, टोंक, देवली-उनियारा।

    कोटा: केशोरायपाटन, बूंदी, पीपलदा, सांगोद, कोटा उत्तर, कोटा दक्षिण, लाडपुरा, रामगंज मंडी। 

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