दस हजार ई-रिक्शा का रिकॉर्ड नहीं, इनकी वजह से लगता है जाम

सरकारी आंकड़ों के अनुसार जयपुर में चल रहे हैं 41 हजार 762 ई रिक्शा

दस हजार ई-रिक्शा का रिकॉर्ड नहीं, इनकी वजह से लगता है जाम

जयपुर प्रथम में 39,878 और द्वितीय में 1884 ई-रिक्शा पंजीकृत।

जयपुर। शहर में कुल 41 हजार 762 ई-रिक्शा चल रहे हैं। यह आंकड़े तो वे हैं, जो राज्य सरकार के पास हैं। इसके अलावा कई ई-रिक्शों की जानकारी भी नहीं है। एक अनुमान के अनुसार बिना रिकॉर्ड के ई-रिक्शा की संख्या करीब दस हजार है। इन ई-रिक्शा की वजह से शहर की यातायात व्यवस्था अक्सर जाम रहती है। राज्य सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया है कि जयपुर शहर में कुल 41 हजार 762 ई-रिक्शा चल रहे हैं। यह आंकड़े तो वे हैं जो सरकार के पास हैं। इसके अलावा कई ई-रिक्शों की जानकारी भी नहीं है। एक अनुमान के अनुसार इनकी संख्या पचास हजार को भी पार जा सकती है। वर्तमान में वाहनों के पंजीयन का कार्य परिवहन विभाग के वाहन पोर्टल के माध्यम से किया जाता है। जिसमें वाहन स्वामी के पते का संधारण पंजीयन अधिकारी के क्षेत्राधिकार के अनुसार किया जाता है। वर्तमान में जयपुर-प्रथम के क्षेत्राधिकार में कुल 39 हजार 878 ई-रिक्शा पंजीकृत है तथा जयपुर द्वितीय के क्षेत्राधिकार में एक हजार 884 ई-रिक्शा पंजीकृत है। इनमें परकोटे क्षेत्र के ई-रिक्शा भी सम्मिलित है।

कंट्रोल के लिए सरकार के प्रयास ऐसा नहीं है कि ई-रिक्शा पर कंट्रोल के लिए राज्य सरकार प्रयास नहीं करती। सरकार ने कई नियम बनाए है। ई-रिक्शा का स्वामित्व लाइसेंस धारक के नाम से ही होना आवश्यक है यानी कि ई-रिक्शा का संचालन उसके पंजीकृत वाहन स्वामी द्वारा ही किया जाएगा। एक व्यक्ति के नाम से एक से अधिक ई-रिक्शा का पंजीयन नहीं किया जाएगा। यातायात परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ई-रिक्शा का विनिर्दिष्ट क्षेत्र अथवा मार्गपर संचालन निषिद्ध करेगी। जयपुर विकास प्राधिकरण के ट्रैफिक कन्ट्रोल बोर्ड की 19 जुलाई को बैठक में जयपुर शहर में ई-रिक्शा के संचालन को नियंत्रित करने के लिए छह जोन बनाने व जोनवार ई-रिक्शों की अधिकतम संख्या का निर्धारण करने का निर्णय लिया गया है।

Post Comment

Comment List