बाजरा उत्पादन में राजस्थान टॉप, एमएसपी पर खरीद की केन्द्र से नहीं मिली अनुमति

उचित दाम नहीं मिलने से उपज को किसान हरियाणा सहित दूसरे राज्यों में बेचने को मजबूर

बाजरा उत्पादन में राजस्थान टॉप, एमएसपी पर खरीद की केन्द्र से नहीं मिली अनुमति

हर सीजन में राज्य में करीब 50 लाख मीट्रिक टन बाजरे का हो रहा है उत्पादन

जयपुर। राजस्थान का देश में बाजरा, सरसों, कुल तिलहन एवं ग्वार फसलों के उत्पादन में पहला स्थान है अर्थात करीब 50 लाख मेट्रिक टन बाजरा उत्पादन होता है, लेकिन इस बार भी एमएसपी पर बाजरे की खरीद नहीं होगी। राज्य सरकार की ओर से केन्द्र को इस संबंध में पत्र लिखा गया, लेकिन अभी तक इसका कोई जवाब नहीं मिला है।

ऐसे में इस बार भी किसानों से बाजरे की सरकारी खरीद नहीं हो सकेगी। साथ ही खाद्य सुरक्षा योजना के पात्र परिवारों को तीन माह गेहूं की जगह नि:शुल्क बाजरा वितरण की मंशा भी धरी रह गई है।

इन क्षेत्रों में खरीफ का सर्वाधिक उत्पादन
बाजरा, मोठ एवं तिल का शुष्क पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में शामिल जोधपुर, जोधपुर ग्रामीण, फलौदी, बाड़मेर एवं बालोतरा, उत्तरी पश्चिमी सिंचित मैदानी क्षेत्र श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ एवं अनूपगढ़ में कपास एवं ग्वार, अतिशुष्क आंशिक सिंचित पश्चिमी मैदानी क्षेत्र बीकानेर, जैसलमेर एवं चूरू में बाजरा, मोठ एवं ग्वार, अंत: स्थलीय जलोत्सरण के अंतवर्ती मैदानी क्षेत्र के सीकर, नीमकाथाना, चूरू के कुछ हिस्से को छोड़कर, झुंझुनूं, नागौर, डीडवाना एवं कुचामन में बाजरा, ग्वार एवं दलहन, लूनी नदी का अंतवर्ती मैदानी क्षेत्र के जालोर, सांचौर, सिरोही, पाली, ब्यावर, में बाजरा, ग्वार एवं तिल, अर्द्ध शुष्क पूर्वी मैदानी क्षेत्र के अजमेर, जयपुर, दौसा, टोंक, दूदू, केकड़ी, तिजारा, कोटपूतली में में बाजरा, ग्वार एवं ज्वार का उत्पादन होता हैं।

प्रदेश के कुल क्षेत्रफल की स्थिति
राज्य का कुल प्रतिवेदित क्षेत्रफल वर्ष 2022-23 में 342.81 लाख हेक्टेयर है। इसमें से 8.09 प्रतिशत क्षेत्रफल वानिकी के अन्तर्गत, 5.92 प्रतिशत कृषि के अतिरिक्त अन्य उपयोगी भूमि के अन्तर्गत, 6.89 प्रतिशत क्षेत्रफल ऊसर तथा कृषि अयोग्य भूमि के अन्तर्गत, 4.82 प्रतिशत क्षेत्रफल स्थायी चारागाह तथा अन्य गोचर भूमि के अन्तर्गत, 0.09 प्रतिशत क्षेत्रफल वृक्षों के झुण्ड तथा बाग के अन्तर्गत, 10.39 प्रतिशत क्षेत्रफल बंजर भूमि के अन्तर्गत, 5.68 प्रतिशत क्षेत्रफल अन्य चालू पड़त भूमि के अन्तर्गत, 4.38 प्रतिशत क्षेत्रफल चालू पड़त के अन्तर्गत एवं 53.74 प्रतिशत क्षेत्रफल बोए गए क्षेत्रफल के अन्तर्गत आता है।

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वर्तमान में बाजरे की स्थितिखरीफ की फसल कटने के बाद बाजरे का बाजार में आना शुरू हो गया है। राजस्थान में एमएसपी पर बाजरा खरीद नहीं होने से कई किसान हरियाणा में बाजरे का बेचान करते है। बाजरे की एमएसपी 2625 रुपए प्रति क्विंटल है। अगर सरकार खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल करीब साढेÞ चार करोड़ लोगों को तीन माह बाजरे का वितरण करती है तो आठ से दस लाख मीट्रिक टन बाजरा किसानों से खरीदना पडेÞगा। मोटे अनाज के प्रति लोगों में इस बार खास रूचि नजर आ रही है। ऐसे में बाजार में बाजरे का किसानों को उचित भाव मिलने की उम्मीद है।

प्रदेश में बाजरे का सर्वाधिक उत्पादन होता है, एमएसपी पर खरीद के लिए केन्द्र को पत्र लिखा गया है। सरकार इसके लिए लगातार प्रयासरत है कि किसानों से बाजरे की एमएसपी पर खरीद शुरू होनी चाहिए। उम्मीद है जल्द ही इस ओर कदम बढेंगे।
-सुमित गोदारा, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री

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