
जाट महाकुंभ झलकियां : हुक्का, खाट, ट्रैक्टर, बैलगाड़ी के साथ पहुंचे लोग
लोगों ने वीर तेजाजी और महाराजा सूरजमल जिंदाबाद के नारे लगाए
वक्ताओं ने समाज की भागीदारी बढ़ाने के साथ सामाजिक कुरीतियां खत्म करने, छात्राओं को शिक्षा और हॉस्टल की उचित व्यवस्था, किसानों को अनाज का उचित दाम और पानी उपलब्ध कराने की मांग उठाई।
ब्यूरो/नवज्योति, जयपुर। जाट महाकुंभ के दौरान अलग-अलग जिलों से स्थानीय और परम्परागत वेशभूषा में लोग पहुंचे। किसान के क्षेत्रीय कृषि औजार, हुक्का, खाट, ट्रैक्टर, बैलगाड़ी आदि के साथ पहुंचे लोगों ने वीर तेजाजी और महाराजा सूरजमल जिंदाबाद के नारे लगाए। मंच से भी जाट समाज के लोक देवता वीर तेजाजी और महाराजा सूरजमल को लेकर खूब नारे लगे। जाट समाज की एकता को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने एकजुटता का संकल्प दिलवाया, वहीं राजनीतिक पार्टियों के दिग्गजों ने अपनी मजबूरियां भी गिनार्इं। कार्यक्रम में जाट समाज की महिलाएं भी बड़ी संख्या में पहुंची।
समय की नजाकत पहचाने : डोटासरा-पूनिया
पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि मैं पार्टी का नेता होने से पहले समाज का हूं। हमें दो बातें ध्यान रखनी होगी। प्रण लेकर जाएं कि एक तो दूसरे समाज के खिलाफ एक भी गलत शब्द नहीं बोलेंगे और किसी की मदद चुपचाप करेंगे। हम मदद करने के लिए हल्ला करते हैं तो दुश्मन सक्रिय हो जाता है और हमारे समाज के व्यक्ति की मदद नहीं हो पाती। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि जाट गांव में सामाजिक सद्भाव, परिश्रम, ईमानदारी, देश भक्ति के लिए जाना जाता था और वही हमारा चरित्र और ताकत भी है। जाट का काम ऊपर बढ़ने का है, नीचे उतरने का नहीं है। पंचायतीराज चुनावों में तो 36 कौम पीछे खड़ी रहती थी, उनमें फूट पैदा करने की कोशिश की जा रही है। समय की इस नजाकत को पहचानने के लिए बुद्धि कौशल का उपयोग करें।
मांगों पर दिखाई एकजुट
वक्ताओं ने समाज की भागीदारी बढ़ाने के साथ सामाजिक कुरीतियां खत्म करने, छात्राओं को शिक्षा और हॉस्टल की उचित व्यवस्था, किसानों को अनाज का उचित दाम और पानी उपलब्ध कराने की मांग उठाई। जाट हॉस्टल की वेबसाइट भी इस अवसर पर लॉन्च की गई। कार्यक्रम के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा हुई। सुबह 11 बजे से शुरू हुए कार्यक्रम में लोग चंग-ढप के साथ नाचते गाते पहुंचे। शेखावाटी, मारवाड़, ढूंढाड़ से जाट समाज के लोग पारंपरिक परिधान धारण कर पंहुचे, जिसमें महिलाएं भी समूह में पहुंची थी।
ये नेता पहुंचे
केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, सांसद सुमेधानन्द सरस्वती, दुष्यंत सिंह, राहुल कस्वां, नरेन्द्र खींचड़, पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, मंत्री हेमाराम चौधरी, बृजेन्द्र ओला, विश्वेन्द्र सिंह, रामलाल जाट, लालचंद कटारिया, उप मुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी, विधायक हरीश चौधरी, कृष्णा पूनिया, नरेन्द्र बुढ़ानिया, आलोक बेनीवाल,मंजीत सिंह चौधरी, सुभाष पूनिया, वीरेन्द्र चौधरी, रामस्वरूप लांबा, पूर्व स्पीकर सुमित्रा सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, विजय पूनिया, रिछपाल मिर्धा, राजाराम मील, संतोष अहलावत, सुरेश चौधरी, आॅल इंडिया जाट महासभा से राकेश टिकैत और युद्धवीर सिंह।
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