
अग्निवीर भर्ती परीक्षा : अब डिजिलॉकर के माध्यम से आटोमैटिक फिल होगा अभ्यर्थियों का डाटा
सेना ने पहली बार किए नए इंतजाम
इससे नाम, जन्मतिथि आदि भरने में गलती नहीं होगी। वैरीफाइड डिटेल सेना के पास पहुंच जाएगी। इस तरह भर्ती प्रक्रिया में कोई छेड़छाड़ नहीं हो पाएगी।
जयपुर। भारतीय सेना ने अग्निवीर भर्ती को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए कई बदलाव किए हैं। पहली बार शुरू की इस नई व्यवस्था में अभ्यार्थियों का डाटा डिजिलॉकर से आनलाइन पंजीकरण के दौरान आटोमैटिक फिल हो जाएगा। अभ्यार्थी को सेना की वेबसाइट पर जाकर आनलाइन पंजीकरण करते समय डिजिलॉकर खोलना होगा। मैट्रिक, 10वीं सर्टिफिकेट और आधार कार्ड वहां अपलोड करके एप्लीकेशन के समय कैंडिडेट को एक आप्शन मिलेगा और मार्कशीट और आधार कार्ड की डिटेल वहां अपलोड हो जाएगी। इससे नाम, जन्मतिथि आदि भरने में गलती नहीं होगी। वैरीफाइड डिटेल सेना के पास पहुंच जाएगी। इस तरह भर्ती प्रक्रिया में कोई छेड़छाड़ नहीं हो पाएगी।
अग्निवीर के पंजीकरण की तिथि बढ़ाई
पहले चरण का आनलाइन पंजीकरण चल रहा है। सेना ने अग्निवीर भर्ती में पंजीकरण की तिथि 15 मार्च से बढ़ाकर 20 मार्च कर दी है। आवेदन करके अभ्यार्थी आनलाइन परीक्षा में बैठेंगे। योग्य कैंडिडेट के चयन के बाद दूसरे चरण के लिए रैली ग्राउंड में बुलाया जाएगा। प्रवेश पत्र देकर अभ्यार्थियों की बायोमीट्रिक जांच, शारीरिक योग्यता, शारीरिक मापदंड, चिकित्सा जांच में नापतौल के बाद अंतिम परिणाम जारी किया जाएगा। प्रवेश पत्र उन्हें ई-मेल, भारतीय सेना की वेबसाइट से डाउनलोड करके या भर्ती कार्यालय से मिलेंगे।
राजस्थान में बनाए नौ परीक्षा सेंटर
डायरेक्टर (रिक्रूटिंग स्टेट) कर्नल कैलाश झा ने बताया कि एप्लीकेशन भरते समय कैंडिडेट पांच एग्जाम सेंटर चुनेंगे, जो उनके 100 किलोमीटर के दायरे में होंगे। पहली प्राथमिकता में वह अपने ही शहर का आप्शन ले सकते हैं। पहली प्राथमिकता न मिलने पर अभ्यर्थी अन्य शहरों का चयन कर सकते हैं। राजस्थान में अजमेर, अलवर, बीकानेर, हनुमानगढ़, जयपुर, कोटा, सीकर, जोधपुर और उदयपुर में सेंटर बनाए गए हैं, जिनमें पांच लाख कैंडिडेट आनलाइन टेस्ट दे पाएंगे। इन सेंटर्स की कनेक्टिीविटी अच्छी होने के कारण कैंडिडेट आराम से आ जा सकेंगे।
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