ट्रेन में महिला टीचर के साथ एयरफोर्सकर्मी ने की छेड़छाड़
आरपीएफ थाने में कहा क्यूं लफड़े में पड़ती हो
रेलमंत्रालय की ओर से ट्रेनों में यात्रियो की सुरक्षित यात्रा के लिए रेलवे सुरक्षा बल व जीआरपी पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये खर्च करती हैं।
जोधपुर। रेलमंत्रालय की ओर से ट्रेनों में यात्रियो की सुरक्षित यात्रा के लिए रेलवे सुरक्षा बल व जीआरपी पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये खर्च करती हैं। लेकिन ट्रेनों में होती अपराधिक घटना सुरक्षा एजेंसी के कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है। ऐसा ही कटु अनुभव जयपुर से फलोदी जा रही महिला टीचर को हुआ जब एक एयरफोर्स के जवान ने उसके साथ एक बार नहीं बल्कि दो बार छेड़खानी की हद तो तब हो गई जब आरोपी के खिलाफ ट्रेन के स्क्वायड ने कार्रवाई की जगह मामले को छोटी सी बात बता दिया।
इस पर महिला टीचर आरपीएफ थाने पहुंची तो आरपीएफ ने छेड़छाड़ करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की बजाय महिला टीचर को ही समझाया, कि कुछ नहीं हुआ है फालतू की भागदौड़ हो जाएगी। मामला है जम्मूतवी से चलकर जैसलमेर जा रही जम्मूतवी- जैसलमेर एक्सप्रेस की महिला शिक्षिका के पद पर कार्यरत है और 18 फरवरी को जयपुर से रवाना हुई थी।
टवीटर पर आरपीएफ ने दिया सहयोग का आश्वासन
महिला टीचर ने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार से आहत और आरपीएफ के जवाब से शुब्ध होकर टवीटर पर रेलमंत्री व प्रधानमंत्री को टवीट किया तो आरपीएफ जोधपुर ने कहा, अगर महिला यात्री रिपोर्ट दर्ज करवाएगी तो आरपीएफ हर संभव सहयोग करेंगी।
चलती ट्रेन में दो बार की छेड़छाड़
पीड़िता ने नवज्योति को बताया, कि ट्रेन के जोधपुर से रवाना होने के बाद एसी कोच में एयरफोर्स कर्मी अमित ने उसके साथ छेड़खानी की और जब उसका विरोध किया तो कुछ देर बाद अपने मोबाइल नंबर की पर्ची लिखकर उसके बेड पर दे दी। जब महिला टीचर ने विरोध किया तो ट्रेन स्क्वायड और आरपीएफ आए और महिला टीचर को समझा कर चले गए।
आरपीएफ थाने में कहा क्यूं लफड़े में पड़ती हो
महिला टीचर के साथ एयरफोर्स कर्मी द्वारा छेड़छाड़ से आहत होकर फलोदी आरपीएफ थाने पहुंची तो वहां भी उसे संतोषजनक कार्यवाही की जगह कहने लगे कि कुछ हुआ तो नहीं है फालतू भागदौड़ हो जाएगी।
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