तीन साल में 5793 दुष्कर्म के मामले दर्ज, केवल 129 प्रकरणों में हुई 398 आरोपियों को न्यायालय से सजा
महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने महिला दिवस पर इस सवाल पर जताया विरोध
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की ओर से उठाए गए इस सवाल के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि एक जनवरी 2019 से 31 जनवरी 2022 तक कुल प्रकरण 5793 दर्ज हुए हैं। इनमें 129 मामलों में न्यायालय की ओर से 398 आरोपियों को सजा सुनाई गई है।
जयपुर। राज्य विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान प्रदेश में नाबालिग एवं छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म/बलात्कार के मामलों को लेकर विपक्ष में सरकार को घेरने की कोशिश की। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की ओर से उठाए गए इस सवाल के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि एक जनवरी 2019 से 31 जनवरी 2022 तक कुल प्रकरण 5793 दर्ज हुए हैं। इनमें 129 मामलों में न्यायालय की ओर से 398 आरोपियों को सजा सुनाई गई है।
हालांकि महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने सदन की कार्रवाई शुरू होते ही कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है, ऐसे में महिलाओं अत्याचार से जुड़े सवाल को स्थगित किया जाए। स्पीकर सीपी जोशी ने उन्हें अनुमति नहीं दी और प्रश्नकाल शुरू कर दिया। पहला सवाल नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने हंसते हुए कहा कि प्रदेश में 3 साल में जो दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए हैं उनमें केवल 129 मामलों में ही पोक्सो कोर्ट की ओर से आरोपियों को सजा दी गई है ऐसे में यहां तो पोक्सो कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ चालान समय पर पेश नहीं हो पाया या इन औरतों की ओर से निर्धारित समय में आरोपियों को सजा नहीं देगी जवाब में संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि प्रदेश में नाबालिग एवं छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म/बलात्कार के मामलों में वर्ष 2019 से 31 जनवरी 2022 तक कुल 6628 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से कुल 129 प्रकरणों में 398 आरोपियों को न्यायालय से सजा हुई। कुल 4631 प्रकरणों में न्यायालय में चालान पेश किया तथा 283 प्रकरणों में चालान पेश किया जाना शेष है। पुलिस मुख्यालय की ओर से समय-समय पर आदेश निर्देश परिपत्र जारी किये गये हैं। ऐसे अपराधों को रोकने के लिए किए सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे है।
Comment List