तकनीकी विकास से ही देश की रक्षा : राजनाथ
भारत को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ने में सहयोग करेगी
रक्षा मंत्री ने बताया कि अदिति जैसी योजनाओं-पहलों के विचार के पूर्वाद्ध में भारत को एक ज्ञानपूर्ण समाज के रूप में परिवर्तित करना है। उन्होंने कहा, जैसे जैसे समय बदल रहा है, नई प्रौद्योगिकियां अस्तित्व में आ रही हैं।
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को डेफकनेक्ट 2024 के दौरान महत्वपूर्ण और रणनीतिक रक्षा प्रौद्योगिकियों में नवाचारों को प्रोत्साहन देने के लिए आईडीईएक्स योजना के साथ एसिंग डेवलपमेंट आॅफ इनोवेटिव टेक्नोलॉजीज (अदिति) योजना का शुभारम्भ किया। इस योजना के अंतर्गत, रक्षा प्रौद्योगिकी में स्टार्ट अप अनुसंधान, विकास और नवाचार प्रयासों के लिए 25 करोड़ रुपए तक की अनुदान सहायता राशि प्राप्त करने के पात्र हैं। रक्षा मंत्री ने उद्योग जगत के उद्यमियों, नवप्रवर्तकों और नीति निर्माताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह योजना युवाओं के नवाचार को पोषित करेगी और भारत को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ने में सहयोग करेगी।
रक्षा मंत्री ने बताया कि अदिति जैसी योजनाओं-पहलों के विचार के पूर्वाद्ध में भारत को एक ज्ञानपूर्ण समाज के रूप में परिवर्तित करना है। उन्होंने कहा, जैसे जैसे समय बदल रहा है, नई प्रौद्योगिकियां अस्तित्व में आ रही हैं। विकसित देश बनने के लिए हमें प्रौद्योगिकी में बढ़त प्राप्त करना जरूरी है। हमें अपने देश को एक ज्ञानपूर्ण समाज में परिवर्तित करना है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के लिए हमें तकनीक के क्षेत्र में विकसित देशों की बराबरी करनी होगी।
वर्ष 2023-24 से वर्ष 2025-26 की अवधि के लिए 750 करोड़ रुपए की अदिति योजना रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग (डीडीपी) की रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार प्रारूप के अंतर्गत आती है। इसका लक्ष्य प्रस्तावित समय सीमा में लगभग 30 डीप-टेक महत्वपूर्ण नीतिक प्रौद्योगिकियों का विकास करना है।
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