बरसों पुराने सरकारी भवन यमदूत बन खड़े

कभी भी धराशायी हो सकते है, हादसा होने का खतरा, ये भवन वीरान पड़े है और जहरीले जीव जंतु निकलते है

बरसों पुराने सरकारी भवन यमदूत बन खड़े

संपूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त भवन कभी भी धराशाई होकर बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।

शाहाबाद। उपखंड मुख्यालय शाहाबाद पर राजस्व नजूल संपत्तियां जर्जर हो रही हैं। कस्बे के बीचों बीच होने के कारण हमेशा हादसा होने का डर लगा रहता है। ये भवन 30 से अधिक सालों से खाली पड़े है। शाहाबाद कस्बे के वार्ड नंबर 6 नरिया मोहल्ला के रूप में जाना जाता है। इसी मोहल्ले में पुराना अस्पताल भवन, पुराना तहसीलदार निवास, पुलिस उप अधीक्षक निवास, नायब तहसीलदार निवास हैं। ये बरसों पुराने विरान पड़े भवन जो बस्ती के बीचों बीच बने हुए हैं। इनके आसपास मकान आदि बन चुके हैं। यह सभी भवन बिल्कुल जर्जर अवस्था मैं है एवं कभी भी गिरने से कोई बड़ा हादसा हो सकता है। साथ ही इन भवनों में बड़े-बड़े भीमकाय पेड़ भी खड़े हुए हैं जिससे भी कभी भी किसी मकान पर गिरने का खतरा बना रहता है। साथ ही इन भवनों की दीवार आदि गिर चुकी हैं और पत्थर आदि चोरी हो चुके हैं। संपूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त भवन कभी भी धराशाई होकर बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। गौरतलब है कि सभी अधिकारियों के नए भवन कस्बे के बाहर बना दिए गए है। 

नजूल संपत्ति बने कचरे के ढेर
राजस्व विभाग की नजूल संपत्ति कचरा पात्र बनी हुई है एवं बड़े-बड़े कचरे के ढेर इन भवनों में दिखाई देते हैं जिससे बीमारियां फैलने का खतरा लगातार बना रहता है। सभी यह भवन कस्बे के मध्य होने के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है एवं जहरीले जीव जंतु का निवास स्थान बने हुए हैं। आवारा जानवरों का जमावड़ा लगा रहता है। आसपास रहने वाले लोगों के मकान पर कभी भी यह संपत्तियां गिरकर नुकसान पहुंचा सकती हैं। जगह -जगह से यह भवन क्षतिग्रस्त हो चुके हैं परंतु सरकार द्वारा ने तो उनकी नीलामी कराई जाती ना ही इनको गिराया जाता है जिससे मोहल्ले के लोगों में कभी भी यह भवन गिर कर धराशाई हो सकते हैं और बड़ा हादसा हो सकता है। इसके चलते जर्जर भवनों के कारण आसपास के लोग दहशत बना रहता है।

चिल्ड्रन गार्डन बनाने की मांग
पुराना तहसीलदार निवास और पुलिस उप अधीक्षक निवास दोनों पास पास में ही बने हुए हैं। इन दोनों को नष्ट कर बच्चों को खेलने के लिए पार्क बनाया जाना चाहिए क्योंकि संपत्तियां बिल्कुल नष्ट हो चुकी हैं और मोहल्ले वासियों को खतरा बनी हुई हैं या तो उनको नीलाम कराया जाए या फिर नष्ट करके चिल्ड्रन गार्डन बनाया जाए।

वीरान पड़े है जर्जर भवन
पुराना अस्पताल भवन, पुलिस उप अधीक्षक निवास, तहसीलदार निवास, नायब तहसीलदार निवास एवं अन्य भवन जो वीरान अवस्था में है तथा अवैध अतिक्रमण का शिकार हो रहे हैं। इनमें लगे पट्टी पत्थर आदि चोरी हो गए हैं एवं वर्तमान में कचरा पात्र बने हुए हैं।इन भवनों के आसपास की जगह अतिक्रमण की चपेट में आ चुकी है और मृत जानवर आवारा पशु के रहने का स्थान बने हुए हैं। 

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राजस्व संपत्तियों की नीलामी की की मांग
राजस्व नजूल संपत्ति जो पुराने भवन है। जो पहले सरकारी कार्यालय संचालित होते थे। यह सरकारी अधिकारियों के निवास स्थान हुआ करते थे। उनको नीलाम कराने की मांग कस्बे के लोगों ने की है क्योंकि बस्ती के मध्य में होने के साथ-साथ यह इमारतें बहुत क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं एवं लोगों द्वारा इनके पत्थर आदि चुरा लिए गए हैं। इनकी बाउंड्री वाल क्षतिग्रस्त होकर टूट-फूट चुकी है। ऐसे में यह भवन में गिरकर धराशाई हो सकती हैं और कोई बड़ा नुकसान मोहल्ला के लोगों को पहुंच सकता है। कस्बे के बाबूलाल मेहता, रामजी लाल यादव, भीमा शंकर व्यास, सत्यनारायण शर्मा ,दिनेश नामदेव ,गौरव चतुर्वेदीर्, डेविड भार्गव, प्रतीक शर्मा आदि ने जिला कलक्टर से मांग की है कि राजस्व नजूल संपत्तियों को नीलाम किया जाए या फिर गिराया जाए जिससे हादसे ना हो। 

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इनका कहना है
हमारे मकान बिल्कुल इन सरकारी नजूल संपत्तियों से सटे हुए हैं। कभी भी यह जर्जर भवन गिर कर धराशाई हो सकती है और हमारे मकानों को नुकसान पहुंच सकता है। जिससे जन धन की हानि हो सकती है। जहरीले जीव जंतु लगातार हमारे मकानों में निकलते रहते हैं। इन इमारतों से खतरा बना हुआ है। इन्हें नीलम कराया जाए या फिर नष्ट कराया जाए जिससे कि कोई अप्रिय घटना घटित ना हो।
- बाबूलाल मेहता, रिटायर्ड पटवारी निवासी शाहाबाद

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पुराने सरकारी निवास जर्जर अवस्था में है। जो मोहल्ले वासियों के लिए खतरा बने हुए हैं। बस्ती के बीचो-बीच होने के कारण इनका करने का लगातार भय बना रहता है। इनकी नीलामी की कई बार मांग की जा चुकी है।
- ममता शर्मा , वार्ड पंच वार्ड नंबर 6 निवासी शाहाबाद

इन पुरानी सरकारी भवनों में आए दिन जानवर मर जाते हैं जिससे दुर्गंध फैलती है एवं यह भवन कचरा पात्र बने हुए हैं। सरकार द्वारा इन्हें नीलाम कराया जाना चाहिए।
- अशोक कुमार शर्मा निवासी शाहबाद 

पुराने सरकारी निवास क्षति पूर्ण हो चुके हैं। कई बार इनकी नीलामी की मांग की जाती रही है। बस्ती के बीच होने के कारण कभी भी कोई नुकसान हो सकता है। इन आवासों में बड़े-बड़े पेड़ खड़े हुए हैं जो कभी भी गिर कर बड़े हादसे को अंजाम दे सकते हैं सरकार द्वारा शीघ्र उचित कदम उठाना चाहिए।
- केशव भार्गव, वरिष्ठ नागरिक शाहाबाद

पुरानी सरकारी दीवारों से लोगों को परेशानियां हो रही हैं। यह भवन इतने जर्जर हो चुके हैं कि कभी भी गिर कर किसी बड़े हादसे को अंजाम दे सकते हैं। सरकार को शीघ्र ही इन नीलम या अन्य प्रयोजन के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। 
- भीमाशंकर व्यास निवासी शाहबाद नरिया मोहल्ला 

पुराना अस्पताल कस्बे के बीच स्थित है जो संपूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका है एवं पुराना पुलिस उप अधीक्षक निवास, तहसीलदार निवास ,नायब  तहसीलदार निवास आदि भवन क्षतिग्रस्त अवस्था में हो चुके हैं। इसे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इन सब के बारे में जिला कलक्टर को लेटर लिख उनके नीलामी की मांग की जाएगी। 
- लोकेश माली, सरपंच ग्राम पंचायत शाहाबाद 

मैं अभी नया आया हंू। शाहाबाद के पुराने जर्जर भवनों के बारे में  जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
- मुकेश मीणा, उपखंड अधिकारी शाहाबाद

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