प्यास बुझाने के लिए करोड़ों खर्च, फिर भी हर साल 11 हजार गांव-ढाणियों में टैंकरों से जलापूर्ति

गांव-ढाणियों में पेयजल संकट के आसार बने हुए है

प्यास बुझाने के लिए करोड़ों खर्च, फिर भी हर साल 11 हजार गांव-ढाणियों में टैंकरों से जलापूर्ति

जलदाय विभाग इन प्रभावित क्षेत्रों में हर साल की भांति कंटींजेंसी प्लान के तहत पेयजल परिवहन में जुटा हैं।

जयपुर। प्रदेश में गर्मियों के शुरू होते ही पानी का संकट गांव व शहर में शुरू हो जाता है। पिछले डेढ़ दशक से ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का संकट ज्यादा सामने आ रहा है। पिछले साल 2023 में 9422 गांव-ढाणियों में 6557 टैंकर ट्रिप प्रतिदिन जल परिवहन किया गया। इसी प्रकार शहरी क्षेत्र में अधिकतम 51 शहरों व कस्बों में 3943 टैंकरों ने प्रतिदिन जल परिवहन किया। इस बार भी गर्मियों में 100 से ज्यादा शहर-कस्बों और 11 हजार से ज्यादा गांव-ढाणियों में पेयजल संकट के आसार बने हुए है। जलदाय विभाग इन प्रभावित क्षेत्रों में हर साल की भांति कंटींजेंसी प्लान के तहत पेयजल परिवहन में जुटा हैं।

राज्य में पानी सप्लाई का सिस्टम
वर्तमान में कुल 251 कस्बे, 43364 ग्राम व 82427 ढाणियां है। इनमें से वर्ष 2023-24 तक विभिन्न योजनाओं की ओर से 42331 ग्राम व 73758 ढाणियों को पूर्णत: अथवा आंशिक रूप से लाभान्वित किया जा चुका है। इनमें से 17882 ग्राम व 51653 ढाणियों को भूजल से व 24449 ग्राम व 21941 ढाणियों को सतही स्रोतों से लाभान्वित है।

पिछले साल जिलों में पेयजल संकट 
ग्रीष्म संवर्द्धन 2023-24 के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क मार्ग की ओर से अधिकतम पेयजल की आपूर्ति के लिए 1537 टैंकर लगाए गए, जिन्होंने 6557 ट्रिप कर पीने का पानी मुहैया करवाया। इसमें अजमेर रीजन के अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर, टोंक में 817 गांव-ढाणियों में पानी की समस्या सामने आई, जिस पर 294 टैंकरों ने 964 ट्रिप कर लोगों की प्यास बुझाई। बीकानेर रीजन के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ जिलों में 45 गांव-ढाणियों में 28 टैंकरों ने 37 ट्रिप की। चूरू रीजन के चूरू व सरदार शहर में 99 गांव-ढाणियों में 30 टैंकरों ने 227 ट्रिप की। भरतपुर रीजन के भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर में 299 गांव-ढाणियों में 101 टैंकर से 481 ट्रिप कर पानी पहुंचाया। अलवर रीजन के 395 गांव-ढाणियों में 81 टैंकर ने 817 ट्रिप की। जयपुर रीजन प्रथम में दौसा, झुंझुनूं, सीकर के 583 गांव-ढाणियों में 208 टैंकरों ने 1001 ट्रिप की। जयपुर रीजन द्वितीय में 714 गांव-ढाणियों में 235 टैंकरों ने 1212 ट्रिप कर पानी पहुंचाया। जोधपुर रीजन प्रथम के जोधपुर, पाली के 2483 गांव-ढाणियों में 209 टैंकरों ने 540 ट्रिप की। कोटा क्षेत्र के बारां, बूंदी, झालावाड़, कोटा के 273 गांव-ढाणियों में 111 टैंकरों ने 527 ट्रिप की।

गर्मियों में ग्रामीण क्षेत्रों में जहां भी पेयजल की समस्या सामने आ रही है, उनमें जल परिवहन की व्यवस्था की जा रही है।
- केडी गुप्ता, मुख्य अभियंता ग्रामीण, पीएचईडी 

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Tags: water

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