पहले लगा आतिशबाजी हो रही, फिर अहसास हुआ कि गोलियों की बौछार हो रही है : फरहा
मैं मेरे बेटे हैदर को बचाने के लिए आगे बढ़ी तो दो गोलियां मेरे लगी
जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में घायल फरहा खान ने कहा, मेरी अपील है पति को आंख डोनेट की जाए
जयपुर। जम्मू-कश्मीर में 18 मई की रात आतंकी घटना में बुरी तरह घायल हुई फरहा खान बताती हैं कि उस दिन मेरे भाई सलमान की बिटिया का जन्मदिन था, अनंतनाग में होटल में पार्टी रखी थी। जैसे ही हमारा 50 लोगों का ग्रुप रात करीब साढ़े नौ बजे होटल पहुंचा तो मैं और मेरे पति तबरेज पठान होटल में सभी के पीछे-पीछे चल रहे थे। तभी धमाकों की आवाज आई तो लगा कि जन्मदिन की पार्टी है, वेलकम के लिए धमाका किया होगा, लेकिन दूसरे ही पल तबरेज के मुहं के पास से गोली निकल गई। तब अहसास हुआ कि आतंकी हमला हुआ है। यह कहना है हमले में घायल हुई फरहा का। मैं मेरे बेटे हैदर को बचाने के लिए पीछे दौड़ी तो मुझे दो गोलियां लगी। मेरी पीठ और तरबेज की आंखों से खून का फव्वारा छूट गया। मैं निढाल होकर गिर गई। लगा कि कुछ ही पल की मेहमान हूँ। मैंने हमलावरों को नहीं देखा था, लेकिन मेरे बेटे हैदर ने हमलावरों को देखा, उसने बताया कि हमलावर बाइक से आए और पीछे से गोलियां चला कर चले गए। परिजनों ने मुझे और पति को अस्पताल पहुंचाया, जहां ड्रेसिंग के बाद हमें आर्मी हॉस्पिटल जम्मू भेज दिया गया। आर्मी हॉस्पिटल में हमारा बहुत अच्छे से इलाज हुआ। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने हमारा बहुत साथ दिया। मेरे पति की दोनों आंखें डैमेज हो चुकी हैं। एक आंख तो पूरी तरह खराब हो गई, जबकि दूसरी आंख करीब 20 प्रतिशत ठीक है, उनका इलाज चेन्नई स्थित हॉस्पिटल में हो रहा है, यदि उनको डोनर आंख देता है तो वे फिर से दुनिया देख पाएंगे। जम्मू कश्मीर घूमने गए फरहा समेत सभी लोग जयपुर अपने घर पहुंच चुके हैं।
अब तो हिल स्टेशन जाने से भी डर लगने लगा
फरहा बताती हैं कि अब तो हिल स्टेशन जाने से भी डर लगने लगा है। हमने दुबई जाने का प्रोगाम बनाया था, लेकिन बाद में जम्मू-कश्मीर जाने का मन बनाया। परिवार में बात की तो एक-एक कर 50 लोग तैयार हो गए। सभी परिवार के लोग अनेक सपनों के साथ जम्मू-कश्मीर गए थे, लेकिन आतंकी घटना ने सपने को चकनाचूर कर दिया।
जम्मू-कश्मीर तो जयपुर-दिल्ली जैसा
हमले से कुछ देर पहले ही मैंने शौहर को बताया था कि जम्मू-कश्मीर तो पूरी तरह जयपुर, दिल्ली जैसे शहरों जैसा दिखता है। होटल में प्रवेश करते उससे पहले ही मुहं बांधकर आए आतंकियों ने हमला कर दिया। वो बताती हैं कि अनंतनाग होटल में आतंकियों की फायरिंग में घायल जम्मू स्थित आर्मी हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया था।
दो-तीन छर्रे मेरे भी लगे: सलमान खान
फरहा खान के भाई सलमान खान ने बताया कि जब मेरे दीदी और जीजाजी को गोली लगी तो मैं दौड़कर उधर गया तो दो-तीन छर्रे मेरे भी लगे, जिन्हें अस्पताल में बाहर निकाल दिया गया।
फरहा का एक्सरे-सिटी स्कैन, सारी जांचें नॉर्मल
आतंकियों द्वारा की गई गोलीबारी में घायल जयपुर के दंपती को जम्मू स्थित मेडिकल कॉलेज में इलाज के बाद अब जयपुर शिफ्ट किया गया है। पति तबरेज खान (सनी) को आंख के इलाज के लिए चेन्नई के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि पत्नी फरहा खान को गुरुवार को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर लाया गया है। फरहा ने कहा कि मेरे पति की दोनों आंखें डैमेज हो चुकी हैं। गोली मेरे पति के नाक की हड्डी को चीरते हुए निकली तो उनकी नाक का भी ऑपरेशन हुआ। मेरी अपील है कि मेरे पति को एक आंख डोनेट की जाए।
अस्पताल में एक्स-रे के साथ ही फरहा के कंधे का सिटी स्कैन किया। ट्रॉमा सेंटर के नोडल ऑफिसर डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार फरहा का हॉस्पिटल में चेकअप किया गया है। उनके बुलेट के घाव को अच्छी तरह से एग्जामिन किया गया। दाहिने कंधे में गोली लगने से फरहा के कंधे की हड्डी भी क्रेक हो गई थी। जम्मू के आर्मी हॉस्पिटल में ऑपरेशन कर कंधे के पास प्लेट डाली गई थी। एक्स-रे और सिटी स्कैन में सभी चीजें नॉर्मल आने के बाद उनके कंधे की ड्रेसिंग करके दोबारा प्लास्टर लगाया गया है। मरीज को ऑब्जर्वेशन के लिए भर्ती रहने के लिए कहा लेकिन बच्चे छोटे होने के कारण परिजनों ने मना कर दिया। परिजन स्वेच्छा से उन्हें घर ले गए हैं। उनको उनके घर पर ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। हमने मरीज को 10 दिन बाद फोलोअप के लिए हॉस्पिटल आने को कहा है और जरूरी दवा दी हैं।
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