दिल्ली के जहांगीरपुरी में हिंसा मामला; सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अतिक्रमण विरोधी अभियान
करीब 3 घंटे MCD का चला पीला पंजा
दिल्ली के जहांगीरपुरी में अवैध अतिक्रमण ढहाने की कार्रवाई को मध्य प्रदेश से जोड़कर देखा जा रहा है
नई दिल्ली। दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बढ़ते तनाव के बीच उत्तरी दिल्ली नगर निगम (MCD) ने बुधवार को अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने की घोषणा की, जिसे देखते हुए क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई। आम तौर पर इस तरह की कार्रवाई बिना किसी पूर्व सूचना के की जाती है लेकिन इस बार एनडीएमसी ने कई घंटों पहले एक पत्र जारी कर घोषणा कर दी कि क्षेत्र में 20 और 21 अप्रैल को अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाएगा। चौकाने वाली बात है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद जहांगीरपुरी में MCD की कार्रवाई कुछ जगहों पर जारी थी।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में अवैध अतिक्रमण ढहाने की कार्रवाई को मध्य प्रदेश से जोड़कर देखा जा रहा है, जहां रामनवमी जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद राज्य सरकार ने 45 दुकानों और मकानों को बुलडोजर से ढहा दिया। जहांगीरपुरी में बुधवार को दिल्ली नगर निगम (MCD) ने अवैध निर्माण गिराने की कार्रवाई शुरू की। एक घंटे के भीतर ही सुप्रीम कोर्ट ने इस ऑपरेशन पर रोक लगा दी। सुप्रीम कोर्ट उस याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है, जिसमें दंगे के आरोपियों के घर गिराने का विरोध किया गया है। अदालत ने कहा कि कल गुरूवार तक सुनवाई तक जहांगीरपुरी में यथास्थिति बरकरार रखी जाए।
बता दे कि क्षेत्र के ज्यादातर लोगों ने आदेश आने के बाद बीती रात अपना सामान समेटकर इलाका खाली करने की कोशिश की। इनमें से ज्यादातर कबाड़ी वाले या ऐसे लोग हैं जो थोक विक्रेताओं से सामान खरीदकर उसे रेहड़ी-पटरी पर बेचते हैं। इलाके के एक निवासी ने कहा कि नगर निगम की कार्रवाई कोई नई बात नहीं है लेकिन हिंसा जरूर नई थी। उन्होंने कहा कि हम इस क्षेत्र में पीढिय़ों से हमेशा सद्भावना के साथ रहे हैं। यह एक बार की घटना है जिसे शरारती तत्वों द्वारा गलत मंशा से अंजाम दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने एनडीएमसी के महापौर को पत्र लिखकर जहांगीरपुरी हिंसा में गिरफ्तार लोगों द्वारा 'अवैध अतिक्रमण' और निर्माण की पहचान कर उनका विध्वंस करने की मांग की थी। उन्होंने एक पत्र में लिखा, था कि जैसा कि आप जानते हैं, हनुमान जयंती के अवसर पर जहांगीरपुरी में शोभा यात्रा निकाली गई थी। कुछ असामाजिक तत्वों और दंगाइयों ने उस पर पथराव किया। इन असामाजिक तत्वों और दंगाइयों को स्थानीय आम आदमी पार्टी विधायक और पार्षद का समर्थन प्राप्त है। इसके परिणामस्वरूप इन लोगों ने बड़े पैमाने पर अतिक्रमण किया है इसलिए, इन दंगाइयों द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण की पहचान की जानी चाहिए और इसके ऊपर बुलडोजर चलाए जाने चाहिए।
इलाके में 16 अप्रैल की सांप्रदायिक हिंसा के बाद घटनास्थल की जांच के दौरान सोमवार को अपराध शाखा के अधिकारियों को पथराव की स्थिति का सामना करना पड़ा था, जिसके मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी शासित नागरिक निकाय ने दिल्ली पुलिस से कानून व्यवस्था संभालने के लिए 400 सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने का अनुरोध किया। उल्लेखनीय है कि 16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में हनुमान शोभायात्रा के दौरान हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हुए थे और एक पुलिस उप-निरीक्षक को गोली भी लगी थी।
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