राष्ट्रसंत गणाचार्य विराग सागर महाराज की विनयांजलि सभा 

राष्ट्रसंत गणाचार्य विराग सागर महाराज की विनयांजलि सभा 

महाराष्ट्र के जालना में समाधिस्थ हुए राष्ट्रसंत गणाचार्य विराग सागर महाराज की विनयांजलि सभा शनिवार को भट्टारक जी की नसिया में दोपहर 2 बजे से शाम को 4 बजे तक हुई।

जयपुर। महाराष्ट्र के जालना में समाधिस्थ हुए राष्ट्रसंत गणाचार्य विराग सागर महाराज की विनयांजलि सभा शनिवार को भट्टारक जी की नसिया में दोपहर 2 बजे से शाम को 4 बजे तक हुई। मात्र 61 वर्ष की उम्र में ही जैन गणाचार्य विराग सागर महाराज ने अपनी देह त्याग दी।

विनयांजलि सभा सकल दिगम्बर जैन समाज एवं श्री मुनि संघ सेवा समिति बापूनगर के तत्वावधान में हुई। जिसमें जयपुर में प्रवासरत दिगम्बर जैन संतों, आर्यिका माताजी, आर्यिका विज्ञाश्री माताजी व समाजबंधुओं ने गणाचार्य विराग सागर महाराज के प्रति विनयांजलि प्रस्तुत की।

विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि महाराज विराग सागर एक बार 250 पिच्छियो संग जयपुर आए थे तब यहां दीक्षा कार्यक्रम हुआ था। उन्होंने सबको जीयो और जीने दो का संदेश दिया। वे बच्चों से विशेष प्रेम करते थे।

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