सिग्नल फ्री शहर पैदल चलने वालों के लिए मुसीबत
स्मार्ट सिटी कोटा में नहीं एक भी फुट ओवर ब्रिज,कई सड़कों पर रहता है भारी ट्रैफिक
वाहनों के बारे में तो सोचा गया लेकिन पैदल चलने वाले लोगों को शायद भूल गई और इस दौरान एक भी फुटओवर ब्रिज का निर्माण नहीं हो सका।
कोटा। स्मार्ट सिटी के तहत शहर को सिग्नल फ्री तो बना लिया गया, लेकिन शहर के सिग्नल फ्री होने से पैदल चलने वालों की मुसबीत बढ़ गई है। शहर में कई इलाके ऐसे हैं, जहां दिन के 18 घंटे भीड़ रहती है, साथ ही लोगों का आना जाना लगा रहता है। वहीं सिग्नल फ्री होने से लोगों को सड़क पार करने के लिए भी कई बार मिनटों तक इंतजार करना पड़ जाता है। शहर में नयापुरा चौराहा, एमबीएस अस्पताल, केशवपुरा चौराहा, एयरोड्रॉम सर्कल और विज्ञान नगर सर्कल समेत कई इलाके ऐसे हैं जहां लगभग पूरे दिन भीड़ के साथ यातायात प्रवाह भी ज्यादा रहता है।
शहर में नहीं एक भी फुट ओवर ब्रिज
यूं तो शहर में यातायात प्रवाह को सुगम बनाने के लिए दर्जनों फ्लाई ओवर और ब्रिज मौजूद हैं। लेकिन पैदल चलने वालों के लिए शहर में एक भी फुट ओवर ब्रिज नहीं है। कोटा शहर में कई इलाकों के कुछ स्थान ऐसे हैं जहां लोगों को केवल 20 फुट की सड़क को पार करने में भी कई मिनट तक इंतजार करना पड़ जाता है। वहीं सड़कों पर जो जेब्रा क्रॉसिंग बनी है वो भी बस नाम की है। जिसे न तो वाहन चालक मानते हैं और न ही पैदल चलने वाले, जो सड़कों को ज्यादा खतरनाक बना देते हैं।
फुटओवर ब्रिज हो तो पार करने में होती है आसानी
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर के कई इलाकों में अंडर पास और फ्लाई ओवर का निर्माण किया गया। जहां वाहनों के बारे में तो सोचा गया लेकिन पैदल चलने वाले लोगों को शायद भूल गई और इस दौरान एक भी फुटओवर ब्रिज का निर्माण नहीं हो सका। फुुट ओवर ब्रिज होने पर सड़कों को पार करने में आसानी होती है। साथ ही यातयात के बीच में नहीं जाने से दुर्घटना की संभावना भी कम हो जाती है।
इनका कहना है
शहर में कई स्थानों पर निश्चित रूप से भारी यातायात रहता है। प्रमुख सड़कों पर फुटओवर ब्रिज बनाने का सुझाव अच्छा है, जिला प्रशासन और जन प्रतिनिधियों से इस पर चर्चा कर सर्वे कराएंगे। जहां जरूरत होगी फुटओवर ब्रिज बनाने के प्रयास किए जाएंगे।
-कुशल कोठारी, सचिव, केडीए
लोगों का कहना है
शहर के सिग्नल फ्री होने से यातायात का रुकना बंद हो गया, और यातायात बेधड़क दौड़ता है। ऐसे में लोगों के सड़क पार करने के लिए अब ट्रैफिक सिग्नल भी नहीं बचे हैं। जिसे फुटओवर ब्रिज बनाना आवश्यक हो गया है।
-दीपक कुमार, कुन्हाड़ी
कोटा की सड़कों पर दिनभर भारी यातायात रहता है, जिसमें अनंतपुरा से स्टेशन रोड और कुन्हाड़ी से बारां रोड पर स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर रहती है। इन सड़कों पर भारी वाहन भी गुजरते हैं जिससे कई बार बड़े हादसे होने की संभावना बढ़ जाती है।
-गौरव शर्मा, महावीर नगर तृतीय
शहर की प्रमुख सड़कों पर तो कम से कम फुट ओवर ब्रिज होने चाहिए क्योंकि दिनभर सड़कों पर से लाखों की संख्या में वाहन गुजरते हैं। जिनसे पैदल चलने वालों के लिए सड़क पार करना मुश्किल हो जाता है।
-हरीराम गुर्जर, प्रेमनगर द्वितीय
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