2 साल से नौनिहालों के पोषाहार पर संकट

बांसखेड़ा स्कूल का हाल: विद्यालय की व्यवस्थाएं बिगड़ी , बच्चों की शिक्षा पर भी पड़ रहा असर

2 साल से नौनिहालों के पोषाहार पर संकट

बच्चों का कहना है कि 1 जुलाई बारह जुलाई तक विद्यालय में शनिवार को ही पहली बार पोषाहार खिलाया।

मनोहरथाना। एक तरफ सरकार बच्चों की शिक्षा को लेकर अलग-अलग नवाचार कर रही है और शिक्षा के प्रति सजग दिखाई देती है, लेकिन मनोहरथाना ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बांसखेड़ा में पिछले करीब 2 सालों से कक्षा 6 से 8 तक के नौनिहाल को पोषाहार नहीं दिया जा रहा है, जिससे बच्चें परेशान होते नजर आ रहे है। जानकारी अनुसार करीब 2 साल पहले कक्षा 6 से 12 तक विद्यालय गांव के बाहर संचालित हुआ है, तब से ही विद्यालय में पढ़ने वाले कक्षा 6 से 8 वी तक के करीबन 150 बच्चों को 2 सालों से पोषाहार नहीं दिया जा रहा है, वहीं अध्यापकों द्वारा पोषाहार का पैसा भी उठाया जा रहा है।

बच्चो को नही दिया जा रहा पोषाहार
ग्रामीणों का कहना है कि कक्षा 6 से कक्षा 8 वी तक के बच्चों पर कोई  ध्यान नहीं दे रहे है, जिससे बच्चों का शैक्षणिक स्तर भी गिरा हुआ है, बच्चों को अध्यापक द्वारा पढ़ाया भी नहीं जा रहा है, वहीं 2 साल से कक्षा 6 से कक्षा 8 वी के बच्चों को खाना भी नही खिलाया जा रहा है। 

नाराज ग्रामीण कटवा रहे टीसी
पूर्व कार्यवाहक पीईईओ बनवारी लाल द्वारा अभिभावकों से बदतमीजी करने से परेशान होकर ग्रामीण बच्चों की टीसी कटवाने को मजबूर हो रहे है, जिससे ग्रामीण बच्चों को निजी विद्यालय में पढ़ने को मजबूर है। साथ ही ग्रामीणों का कहना है की बच्चों का पोषाहार भी 2 साल से विद्यालय में पढ़ाने वाले अध्यापक ही खा रहे है। वहीं एक तरफ राज्य सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए और बच्चों को स्वस्थ बनाने के उद्देश्य से स्कूलों में अतिरिक्त पोषाहार योजना चला रही है, ताकि स्कूल में बच्चों की संख्या में इजाफा हो लेकिन स्कूल प्रशासन द्वारा मचाए जा रहे इस लूट के कारण न तो सरकार मंशा पूरी हो रही है ना ही बच्चों को शिक्षा मिल पा रही है।

बच्चों का कहना है
कक्षा 6 से 8 वीं के बच्चों ने बताया कि पिछले 2 साल से पोषाहार स्कूल में नहीं बन रहा है, हमें घर से खाने का टिफिन लाना पड़ता है और कई बच्चों को जब भूख लगती थी तो अध्यापक खाने के लिए बच्चों को घर भेज देते है। बच्चों का कहना है कि 1 जुलाई बारह जुलाई तक विद्यालय में शनिवार को ही पहली बार पोषाहार खिलाया। साथ ही बच्चों का कहना है कि हमें विद्यालय में नाश्ता लेकर आते है लंच में हमे नाश्ता ही करना पड़ता था।

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नए संस्था प्रधान ने चार्ज संभालते ही सुधारी व्यवस्था
ग्रामीणों का कहना है कि बांसखेड़ा विद्यालय में 10 जुलाई को नए कार्यवाहक पीईईओ  श्रवण कुमार ने पद ग्रहण किया, उसके बाद शनिवार को जैसे ही उनको पोषाहार की समस्या से अवगत करवाया, उसके तुरंत बाद कार्यवाहक पीईईओ श्रवण कुमार ने कक्षा 6 से 8 वी के बच्चों के लिए पोषाहार बनवाया और विद्यालय में मंगवा कर बच्चों को खाना खिलवाया।

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2 साल से अब तक कक्षा 6 से लेकर आठवीं  तक के किसी भी बच्चें ने पोषाहार का एक निवाला भी नहीं खाया और पोषाहार का पैसा कहां गया। 
- अय्यूब खान ग्रामीण बांसखेड़ा   

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मिड डे मील का खाना कक्षा 1 से पांचवी तक के बच्चों को तो स्कूल में खिलाया जाता है  लेकिन कक्षा 6 से आठवीं तक के बच्चों को  करीब 2 से 3 साल हो गए बच्चो को पोषाहार नहीं दिया जा रहा,  पोषाहार के बारे में जब स्कूल अध्यापक से बात करते है तो वह हमें बोलते नहीं देते थे और हमसे बदतमीजी से बोलते है। वहीं नए प्रिंसिपल आए हैं उन्होंने शनिवार से पोषाहार चालू करवाया। साथ ही व्यवस्था में सुधार जल्द करवाने के लिए बोला।
- आबिद खान ग्रामीण बांसखेड़ा

2 साल से स्कूल में कक्षा 6 से 8 वी के बच्चों को पोषाहार नहीं दिया जा रहा। जब भी  हम विद्यालय में आते है तो  सही व्यवहार नहीं किया जाता । 
- वहीद खान ग्रामीण बांसखेड़ा 

पिछले 2 साल से कक्षा छठी से आठवीं तक के बच्चों को पोषाहार नहीं खिलाया गया है पोषाहार का पैसा अध्यापक ही खा गए।
- भैरूलाल ग्रामीण बांसखेड़ा    

कई सालों से विद्यालय में  पोषाहार बना रहा हूं , लेकिन 2 साल में पहली बार कक्षा 6 से आठवीं तक के बच्चों के लिए शनिवार को पहली बार पोषाहार बनाया है, कक्षा 1 से पांचवी तक के बच्चों को तो पोषाहार खिलाते हैं, लेकिन छठी से आठवीं के बच्चों को तो कभी कभार ही पोषाहार मिलता था। 
- रामस्वरूप सेन ,कुक कम हेल्पर

1 से 5वीं तक के लिए विद्यालय में पोषाहार बनता है, कक्षा 6 से 8 वी के  बच्चे वही जाते हैं, यहां पोषाहार बनाने की हमसे व्यवस्था नहीं हो सकती थी।
- बनवारी लाल पूर्व पीईइओ बांसखेड़ा

10 जुलाई को मैंने जॉइनिग किया है, उसके बाद शनिवार का मेरा  दूसरा दिन है, ग्रामीणों द्वारा सूचना मिली, उसके बाद मैंने बच्चों को शनिवार को खाना खिला दिया।
- श्रवण कुमार, वर्तमान पीईइओ बांसखेड़ा

आपके माध्यम से मामला मेरे संज्ञान में आया है, मौके पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को भेज कर जांच करवाई जाएगी। जांच में जो भी दोषी होगा, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
- हंसीराज मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी झालावाड़

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