तीन दिवसीय त्रिनेत्र गणेश जी मेले का हुआ शुभारंभ

तीन दिवसीय त्रिनेत्र गणेश जी मेले का हुआ शुभारंभ

राजस्‍थान के सवाई माधोपुर जिले में जिला मुख्यालय से महज 14 किलोमिटर की दुरी पर अरावली पर्वत मालाओं से घिरे रणथम्भौर दुर्ग में त्रिनेत्र गणेश मंदिर स्थित है।

सवाई माधोपुर। राजस्‍थान के सवाई माधोपुर जिले में जिला मुख्यालय से महज 14 किलोमिटर की दुरी पर अरावली पर्वत मालाओं से घिरे रणथम्भौर दुर्ग में त्रिनेत्र गणेश मंदिर स्थित है। जहाँ हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी त्रिनेत्र गणेश का तीन दिवसीय लक्खी मेला पूरे हर्षोल्लास के साथ भरेगा, 06 सितंबर से 08 सितंबर तक आयोजित होने वाले लक्खी मेले में लाखों की तादाद में उमड़ने वाले श्रद्धा के सैलाब को देखते हुए मंदिर के प्रधान सेवक हिमांशु गौतम ने बताया कि जिला प्रशासन एंव मन्दिर ट्रस्ट द्वारा युद्ध स्तर पर बड़ी तैयारियां की गई है।

जन जन के आराध्य देव रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश का लक्खी मेला रणथंभौर में तीन दिवस तक आयोजित होगा, 06 सितंबर की सुबह से त्रिनेत्र गणेश के लक्खी मेले का विधिवत रूप से आगाज हुआ। जिसके चलते रणथंभौर में बड़ी तैयारी को अंजाम दिया गया है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए दर्जनों निःशुल्क भंडारे लगाए जा रहे है। पग पग पर भंडारे लगाने के लिए भंडारा संचालक जुटे हुए हैं। हर भंडारे पर यात्रियों से मान मनुहार की जा रही है, लगभग 14 किलोमीटर का सफर श्रद्धालु पैदल नाचते गाते तय करते हैं। इस बार बारिश अधिक होने से रणथंभौर के सभी जलाशय लबालब भरे हुवे है ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा की देखते हुवे जलाशयों पर बेरिगेटिंग की गई है। साथ ही मेला परिसर में सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीम भी तैनात रहेगी। मंदिर में सुगमता से दर्शन हो सके, श्रद्धालुओं को दर्शन करने में कोई परेशानी ना हो इसका भी खास ख्याल रखा जा रहा है।

रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश की महिमा को कौन नहीं जानता। इस मंदिर का इतिहास हजारों साल पुराना है। मंदिर रणथंभौर दुर्ग में स्थित है।रणथम्भौर के त्रिनेत्र गणेश को लेकर लोगों में कई प्रकार किदवन्तीयां प्रचलित है । कई लोगों का मानना है की भगवान गणेश की इस प्रतिमा कि उत्पत्ती अपने आप हुई थी । जमीन में से अपने आप इस प्रतिमा के निकलने से भी लोगों में इसके प्रति अथाह आस्था है तो कई लोगों का मानना है की भगवान शिव ने जब बाल्य अवस्था में गणेश जी का शिश काटा था तो वो शिश यहा आकर गिरा था । तब से ही यहा भगवान गणेश के शिश की पुजा कि जाती है । साथ ही कुछ लोगों का कहना है की यह मंदिर पांडवों के समय से भी पहले का है । लोगों का कहना है की जब भगवान कृष्ण का विवाह हुआ था उस समय भगवान गणेश अपना विवाह नही होने को लेकर नाराज हो गये थे और अपनी मुसा सैना के द्वारा भगवान कृष्ण की बारात के रास्ते में बाधाऐं उत्पन्न कर दि थी । तो कृष्ण भगवाने ने रणथम्भौर की ही रिद्धी सिद्धी के साथ भगवान गणेश का विवाह सम्पन्न करवाया था और यही कारण है इस मंदिर में भगवाने गणेश रिद्धी सिद्धी के साथ विराजमान है । इस के अलावा अगर मंदिर महन्त की मॉने तों उनके अनुसार जब रणथम्भौर दुर्ग पर राजा हमीर का शासन था तक दिल्ली के सुल्तान अल्लाउद्धिन खिलजी ने रणथम्भौर पर आक्रमण कर दिया था तो उस समय राजा हमीर कई महिनों तक किले में ही रहा था और राजा के भण्डार खाली हो गये थे तो भगवाने गणेश ने राजा को स्वप्न में दर्शन दिये थे और सुबह के समय राजा के सारे भण्डार भरे हुवे मिले थे उसी दौरान यहॉ रणथम्भौर की जमीन से अपने आप गणेश की प्रतिमा अवतरित हुई थी और तब से ही इसकी पुजा की जाती है । बताया जाता है कि मंदिर का निर्माण दसवीं सदी में रणथंभौर के राजा हम्मीर ने करवाया था। पूरी दुनिया में यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां गणेश जी अपने पूर्ण परिवार पत्नी रिद्धि और सिद्धि दो पुत्र शुभ व लाभ के साथ विराजमान है। कहा जाता है कि 1299 में राजा हम्मीर और अलाउद्दीन खिलजी के बीच युद्ध चला। युद्ध शुरू हुआ तो हमने प्रजा और सेना की जरूरत को देखते हुए ढेर सारा खाद्यान्न और जरूरत की वस्तुओं को सुरक्षित रखवा लिया था । पर युद्ध लंबे अरसे तक चलने की वजह से हर चीज की तंगी होने लगी। तब राजा हमीर के सपने में भगवान गणेश ने आकर आश्वासन दिया कि उनकी विपत्ति जल्द ही दूर हो जाएगी। तब हमीर द्वारा इस मंदिर का निर्माण करवाया गया।

मंदिर में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की व्यवस्था के मध्य नजर चार दर्जन से अधिक रोडवेज बसे मेले हेतु लगाई गई है। आसपास के सभी जिलों से पर्याप्त पुलिस जाता बुलवाया गया है। साथ ही आरएसी की कम्पनी भी मेले में तैनात रहेगी । रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मेले में इस बार 5 से 6 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। समूची तैयारी को अंतिम रूप प्रदान किया रहा है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मध्यनजर मेला परिसर में पुलिस के आला अधिकारियों सहित करीब 1200 पुलिसकर्मी तैनात किए गए है

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