विधानसभा में भजनलाल सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने बनाई शेडो केबिनेट, कई मुद्दों पर टकराव के आसार
सभी प्रमुख मुद्दों पर सरकार से मांगेंगी जवाब
कांग्रेस ने शेडो केबिनेट के जरिए संकेत दे दिए हैं कि इस बार विधानसभा सत्र हंगामेदार रहेगा और पक्ष-विपक्ष के बीच कई मुद्दों पर तीखी बहस हो सकती है।
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के 31 जनवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र में कांग्रेस ने कई मुद्दों पर भजनलाल सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार को विभागवार मुद्दों को घेरने के लिए शेडो केबिनेट बनाई है। यह केबिनेट सभी प्रमुख मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेंगी। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने विधानसभा में सरकार को घेरने की पूरी तैयारी के लिए पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा की है। सत्र में कांग्रेस ने जिन पूर्व मंत्रियों और विधायकों को जिम्मेदारी सौंपी है, उनको जूली और डोटासरा ने सरकार के एक साल में ज्वलंत मुद्दों पर तथ्यों सहित घेराबंदी के गुर भी बताएं हैं। कांग्रेस ने शेडो केबिनेट के जरिए संकेत दे दिए हैं कि इस बार विधानसभा सत्र हंगामेदार रहेगा और पक्ष-विपक्ष के बीच कई मुद्दों पर तीखी बहस हो सकती है।
इन मुद्दों पर घेरने की तैयारी
नए जिलों और संभाग को निरस्त करना, एसआई भर्ती पेपर लीक मामला, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की समीक्षा, ईआरसीपी परियोजना, यमुना जल समझौता, प्रदेश की कानून व्यवस्था, पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं के नाम बदलने और समीक्षा के नाम पर योजनाओं को अटकाना, सरकार पर तबादला उद्योग चलाने जैसे कई मुद्दों पर कांग्रेस ने अपनी रणनीति तैयार की है।
शेडो केबिनेट में इनको मिली जिम्मेदारी
पूर्व मंत्री शांति धारीवाल को गृह, वित्त और यूडीएच, जयपुर शहर के मुद्दों पर विधायक रफीक खान और अमीन कागजी, पूर्व मंत्री राजेन्द्र पारीक को उद्योग एवं वाणिज्य, पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा को ऊर्जा, जीएडी और आयुर्वेद, विधायक नरेन्द्र बुढ़ानिया को पीडब्ल्यूडी, पूर्व मंत्री हरीश चौधरी को राजस्व, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, पूर्व मंत्री अशोक चांदना को युवा, रोजगार और खेल, विधायक रतन देवासी को पर्यटन, गोपालन और पशुपालन, पूर्व मंत्री हरेन्द्र मिर्धा को स्वास्थ्य और विधायक श्रवण कुमार को कृषि एवं किसान से जुडे मुद्दों पर जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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