जरूरतमंद की मदद ईश्वर पूजा समान है : बिरला
मकर संक्रांति पर 5 हजार महिलाओं को नि:शुल्क बांटे कम्बल
जल्द ही कौशल प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से महिलाओं को कुशल बनाएंगे, ताकि उन्हें घर बैठे रोजगार उपलब्ध हो सके।
कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सेवा का महत्व हमारी भारतीय संस्कृति में गहराई से निहित है। हमारी परंपराओं में सेवा को सर्वोत्तम धर्म माना गया है। नर सेवा व नारायण सेवा का सिद्धांत हमें यह सिखाता है कि जरूरतमंद की मदद करना वास्तव में ईश्वर की पूजा के समान है। भारतीय जनमानस के हृदय में यह भावना गहरी बसी हुई है। यह कम्बल वितरण कार्यक्रम उसी सेवा भावना का एक छोटा सा उदाहरण है। उन्होंने ये विचार मकर संक्रांति के अवसर पर जरूरतमंद महिलाओं के लिए नि:शुल्क कम्बल वितरण कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। नयापुरा स्थित उम्मेद क्लब परिसर में आयोजित कार्यक्रम में करीब 5 हजार से अधिक महिलाओं को कम्बल वितरित किए गए।
महिलाओं को बनाएंगे आत्मनिर्भर
बिरला ने कहा कि कोटा-बूंदी क्षेत्र में गर्भस्थ शिशु और मातृ स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सुपोषित मां अभियान की शुरूआत की है। लेकिन यह हर जरूरतमंद महिला तक पहुंचे, यह सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है। हमारी माताएं और बहनें आत्मनिर्भर बनें। इसके लिए व्यापक कार्ययोजना बनाई गई है। जल्द ही कौशल प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से महिलाओं को कुशल बनाएंगे, ताकि उन्हें घर बैठे रोजगार उपलब्ध हो सके।
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