स्विटजरलैंड में तैयार हो रही सुसाइड मशीन, चुन सकेंगे मौत

अपना जीवन लेने की अनुमति दी जाती है

स्विटजरलैंड में तैयार हो रही सुसाइड मशीन, चुन सकेंगे मौत

स्विटजरलैंड में इस मशीन के इस्तेमाल में कोई समस्या नहीं दिखती। स्विटजरलैंड में विशेष परिस्थितियों में अपना जीवन लेने की अनुमति दी जाती है।

बर्न। स्विटजरलैंड में स्वेच्छा से मौत स्वीकार करने वालों के लिए पोर्टेबल सुसाइड मशीन के इस्तेमाल की तैयारी की जा रही है, जो बिना किसी डॉक्टर की देखरेख के मरने की सुविधा प्रदान करेगी। इसके कुछ महीने में आने की योजना है। स्पेस कैप्सूल जैसी दिखने वाली इस मशीन को सॉर्को नाम दिया गया है। पहली बार साल 2019 में इसका अनावरण किया गया था। यह अपने अंदर ऑक्सीजन को नाइट्रोजन में बदल देती है, जिससे व्यक्ति की होइपोक्सिया से मौत हो जाती है। स्विटजरलैंड में इस मशीन के इस्तेमाल में कोई समस्या नहीं दिखती। स्विटजरलैंड में विशेष परिस्थितियों में अपना जीवन लेने की अनुमति दी जाती है।

रिकॉर्ड किए गए सवाल पूछती है मशीन
द लास्ट रिजॉर्ट के मुख्य कार्यकारी फ्लोरियन विलेट ने कहा कि इसका इस्तेमाल बहुत जल्दी शुरू होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि मैं मरने के लिए इससे अधिक सुंदर तरीके की कल्पना नहीं कर सकता। सुसाइड मशीन में मरने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति को पहले अपनी मानसिक क्षमता का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन पास करना होगा, जो स्विटजरलैंड में एक प्रमुख कानूनी आवश्यकता है। सारकोस के आविष्कारक फिलिम नीत्शे ने बताया कि इसके बाद व्यक्ति को कैप्सूल में चढ़ता है और ढक्कन बंद करता है। मशीन अंदर लेटे शख्स से पहले से रिकॉर्ड किए गए सवाल पूछती है, जैसे कि वे कौन हैं, वे कहां हैं और क्या उन्हें पता है कि बटन दबाने पर क्या होता है।

कैसे काम करती है मशीन
इसके बाद मशीन से आवाज आती है, यदि आप मरना चाहते हैं तो यह बटन दबाएं। नीत्शे ने आगे बताया कि एक बार बटन दबाने पर हवा में आॅक्सीजन की मात्रा 30 सेकंड से भी कम समय में 21 प्रतिशत से घटकर 0.05 प्रतिशत हो जाती है। ऑक्सीजन के इस स्तर पर पहुंचने से अंदर मौजूद शख्स बेहोशी की अवस्था में पहुंच जाएंगे और मौत से पहले पांच मिनट तक बेहोशी की अवस्था में रहेंगे। नीत्शे ने बताया कि हम बहुत जल्द ही मशीन में पहले शख्स की मौत को देख सकते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि एक बार मौत के करीब पहुंचने के बाद व्यक्ति के बाद वापस लौटने का ऑप्शन नहीं होगा। मशीन का इस्तेमाल करने वाला पहला शख्स कौन होगा, इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है। द लास्ट रिजॉर्ट के सलाहकार बोर्ड में शामिल वकील फियोना स्टीवर्ट ने कहा कि हम वास्तव में नहीं चाहते कि किसी व्यक्ति की शांतिपूर्ण इच्छा स्विटजरलैंड के मीडिया सर्कस में बदल जाए। स्टीवर्ट ने कहा कि मशीन के इस्तेमाल के लिए न्यूनतम आयु सीमा 50 वर्ष निर्धारित की गई है। हालांकि, यदि कोई 18 वर्ष से अधिक आयु का व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार है, तो हम किसी पीड़ित व्यक्ति को उसकी आयु के आधार पर अस्वीकार नहीं करना चाहेंगे। मशीन के इस्तेमाल के लिए सिर्फ 20 डॉलर खर्च करने होंगे। उपयोगकर्ता के लिए नाइट्रोजन की एकमात्र लागत 18 स्विस फ्रÞैंक (20 डॉलर) होगी।

मशीन की आलोचना
कैप्सूल के संभावित उपयोग को लेकर स्विटजरलैंड में कई कानूनी और नैतिक सवाल उठाए गए हैं, जिसके चलते इसे लेकर बहस हो रही है। स्टीवर्ट ने जोर देकर कहा कि सार्को के इस्तेमाल में कोई कानूनी बाधा नहीं है। उन्होंने कहा कि नाइट्रोजन कोई मेडिकल उत्पाद नहीं है, यह कोई खतरनाक हथियार नहीं है, यह हवा का 78 प्रतिशत हिस्सा है। स्टीवर्ट ने कहा कि हम सहायता प्राप्त आत्महत्या को मेडिकल से मुक्त करना चाहते हैं, क्योंकि सार्को के लिए डॉक्टर की मौजूदगी की जरूरत नहीं होती है। अभी इस मशीन का उपकरणों के साथ परीक्षण किया गया था। इसका मनुष्यों का जानवरों पर परीक्षण नहीं किया गया है। वर्तमान सार्को में केवल पांच फीट और आठ इंच (173 सेंटीमीटर) लंबे व्यक्ति को ही रखा जा सकता है। हालांकि, निमार्ता टीम एक डबल सार्को बनाने की कोशिश कर रही है, जिसमें कपल एक साथ अपना जीवन समाप्त कर सकें। भविष्य में सार्को की कीमत 15,000 यूरो हो सकती है। द लास्ट रिजॉर्ट ने कहा कि सार्को का इस्तेमाल कभी भी मृत्युदंड देने के लिए नहीं करने दिया जाएगा।

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