कोरोना काल में सरकार ने लिया 70 हजार करोड़ रुपए का कर्ज
प्रति व्यक्ति सात हजार का कर्जा बढ़ा है
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने कोरोना काल में 70 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। कोरोना की वजह से मरू प्रदेश की हालत चरमरा गई है और कर्ज का बोझ है।
जयपुर। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने कोरोना काल में 70 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। कोरोना की वजह से मरू प्रदेश की हालत चरमरा गई है और कर्ज का बोझ है। कोरोना काल में प्रति व्यक्ति सात हजार का कर्जा बढ़ा है। वैसे भी कई सालों से कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। राजस्थान सरकार पर कर्ज का आंकड़ा 4 लाख 72 हजार करोड़ रुपए पार कर चुका है। पिछले वर्ष हर राजस्थानी पर 51,888 रुपए का कर्ज था, जो इस साल 31 मार्च तक 59,261 रुपए हो चुका है। वित्त विभाग के आंकड़ों की मानें, तो राज्य सरकार को कर्ज पर हर साल 28255 करोड़ रुपए का ब्याज चुकाना पड़ रहा है। राज्य सरकार 2019 से लेकर सवा तीन साल में एक लाख 61 हजार करोड़ का कर्ज ले चुकी है।
कोरोना में बढ़ा कर्जकोरोना की दो लहर में राजस्थान सरकार ने 70 हजार करोड़ के आसपास का कर्ज लिया। वित्त विभाग के अफसरों का तर्क है कि कोरोना काल में राज्य सरकार की आय काफी कम हुई और उसे ज्यादा कर्ज लेना पड़ा। कर्ज भार बढ़ने का सबसे बड़ा कारण कोरोना है। आर्थिक विशेषज्ञ सरकार की लोक लुभावन घोषणाओं को भी कर्ज बढ़ने का प्रमुख कारण मान रहे हैं। उनका कहना है कि भाजपा के राज में कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ देने और किसान कर्ज माफी की घोषणा से सरकार पर अतिरिक्त भार आया। इस वजह से भी कर्ज बढ़ा है।
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