ट्रोमा सेंटर में महिला नर्सिंगकर्मी से हुआ परिजनों का विवाद, थाने तक पहुंचा मामला
मरीज के परिजनों को वार्ड से बाहर जाने के लिए कहने पर हुआ विवाद
राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष प्यारेलाल चौधरी ने इस मामले को गंभीर बताया।
जयपुर। एसएमएस हॉस्पिटल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती एक मरीज के परिजन और महिला नर्सिंग स्टाफ के बीच शुक्रवार सुबह बड़ा विवाद हो गया। महिला नर्सिंगकर्मी की ओर से काफी संख्या में वार्ड में एकत्रित होने पर परिजनों को बाहर जाने के लिए बोलने पर यह विवाद हुआ। कुछ देर में विवाद इतना बढ़ गया कि घटना की सूचना के बाद अस्पताल प्रशाासन और नर्सिंग एसोसिएशन के जुड़े पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने मरीज परिजन के खिलाफ एसएमएस पुलिस थाना और हॉस्पिटल अधीक्षक व ट्रोमा सेंटर इंचार्ज को शिकायत दी है।
ये है मामला
मामला ट्रोमा सेंटर स्थित मेल प्लास्टिक सर्जरी वार्ड का है। जहां लाडनूं से आए सुशील नाम के एक मरीज के परिजनों का महिला नर्सिंग स्टाफ पूनम कुमारी के साथ विवाद हुआ। पूनम ने बताया कि सीनियर डॉक्टर जब राउंड पर आने वाले थे तब हमने सभी मरीजों से मिलने आए उनके परिजनों को बाहर जाने के लिए कहा। इस पर सुशील के बैड पर तीन से चार लोग मौजूद थे, जब उनको बाहर जाने के लिए कहा तो वे झगड़ने लगे। महिला नर्सिंग स्टाफ ने आरोप लगाया है कि मेरे पे्रगनेंट होने के बावजूद उनमें से एक महिला ने मुझे धक्का मार दिया। तभी वहां मौजूद अन्य स्टाफ ने बीच-बचाव किया।
सुरक्षा कानून में नर्सिंग और पैरा मेडिकल स्टाफ भी हों शामिल
राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष प्यारेलाल चौधरी ने इस मामले को गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार जो डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर कानून बनाने की तैयारी कर रही है उसमें डॉक्टरों के साथ नर्सिंग और पैरा मेडिकल स्टाफ को भी शामिल किया जाए। क्योंकि हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टाफ भी हर समय वार्डों में तैनात रहकर अपनी सेवाएं देते है।
मामले में हमने अधीक्षक और एसएमएस पुलिस चौकी में शिकायत दे दी है। हमने प्रशासन से मांग की है कि हॉस्पिटल में नियुक्त सभी स्टाफ की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम करने की जरूरत है।
-डॉ. अनुराग धाकड़, नोडल ऑफिसर ट्रोमा सेंटर
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