चीन के साथ मिलकर पीओके में बेहद अहम कराकोरम हाइवे को मजबूत करेगा पाकिस्तान, भारत करता है विरोध

फ्रेमवर्क समझौते के प्रावधानों के साथ आगे बढ़ने की अनुमति दी

चीन के साथ मिलकर पीओके में बेहद अहम कराकोरम हाइवे को मजबूत करेगा पाकिस्तान, भारत करता है विरोध

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सार्वजनिक खरीद नियम, 2004 के नियम -5 के प्रावधानों के अनुसार फ्रेमवर्क समझौते के प्रावधानों के साथ आगे बढ़ने की अनुमति दी।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सरकार ने कराकोरम हाईवे पर एक सड़क के निर्माण का ठेका चीन को देने के लिए नियमों में बदलाव किए हैं। ये सड़क 2 अरब अमेरिकी डॉलर की लागत से बननी है। इसके बजट को पाक सरकार पहले ही मंजूरी दे चुकी है। अब इसका ठेका चीनी कंपनी को दे दिया गया है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब के नेतृत्व वाली कैबिनेट की आर्थिक समन्वय समिति (ईसीसी) ने कराकोरम राजमार्ग के एक हिस्से के निर्माण के लिए चीनी कंपनियों को ठेका देने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी बोली के नियम में बदलाव किया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन-पाकिस्तान को जमीन मार्ग से जोड़े रखने के लिए हाईवे का थाकोट-रायकोट खंड काफी अहम है। पाक वित्त मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, ईसीसी ने सीपीईसी के तहत केकेएच (थाकोट-रायकोट) के पुनर्गठन पर चीन और पाकिस्तान के बीच फ्रेमवर्क समझौते पर विचार किया। चर्चा और विचार-विमर्श के बाद ईसीसी ने संचार मंत्रालय और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सार्वजनिक खरीद नियम, 2004 के नियम -5 के प्रावधानों के अनुसार फ्रेमवर्क समझौते के प्रावधानों के साथ आगे बढ़ने की अनुमति दी।

क्यों किया गया नियम में बदलाव
सार्वजनिक खरीद नियामक प्राधिकरण कानून सरकार को प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से अनुबंध देने के लिए बाध्य करता है। हालांकि पीपीआरए नियम 5 में कहा गया है कि जब भी ये नियम किसी अंतरराष्ट्रीय संधि या किसी अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान के साथ समझौते के चलते दायित्व या प्रतिबद्धता के साथ टकराव में होते हैं तो इनमें कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। ईसीसी ने चीनी कंपनियों की खातिर नियम बदल दिए हैं। पाकिस्तान ने इस साल जून में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की चीन यात्रा के दौरान कराकोरम राजमार्ग के थाकोट-रायकोट खंड के निर्माण के लिए रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। पाकिस्तान की शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार ने भारत के विरोध को दरकिनार करते हुए कराकोरम हाइवे में इस निर्माण को मंजूरी दी है। काराकोरम राजमार्ग के थाकोट-रायकोट 241 किलोमीटर खंड के निर्माण को मंजूरी पर भारत को एतराज हो सकता है। काराकोरम राजमार्ग पाकिस्तान के एबटाबाद को काराकोरम पर्वतमाला के पार चीन के झिंजियांग क्षेत्र के काश्गर से जोड़ता है। ये राजमार्ग पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र से होकर गुजरता है। ऐसे में भारत का इस पर एतराज रहा है। वहीं इस राजमार्ग के बनने से सीमा पर चीन और पाकिस्तान की सेना को पहुंचना आसान होगा। इसे देखते हुए भी ये भारत के लिए चिंता का सबब है।

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