मध्यम वर्ग के सुखद यात्रा की गारंटी बनेगी रेलवे, विकास हमारी प्राथमिकता : मोदी
शकों पुरानी समस्याओं से निजात पाने में कामयाब हो रही है
तमिलनाडु और कर्नाटक समेत पूरे दक्षिण का विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है।
चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहा कि भारतीय रेल गरीबों और मध्यम वर्ग सहित सभी के लिए सुखद यात्रा की गारंटी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह अपनी मेहनत से दशकों पुरानी समस्याओं से निजात पाने में कामयाब हो रही है। मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश में मेरठ-लखनऊ, तमिलनाडु में चेन्नई-नागरकोइल और तमिलनाडु के मदुरै-बेंगलुरु (कर्नाटक) तक तीन नयी वंदे भारत रेलगाड़ियों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। मोदी ने इस अवसर पर चेन्नई, मदुरै और मेरठ के रेलवे स्टेशनों पर आयोजित कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर से दक्षिण तक, देश की विकास यात्रा में एक और अध्याय जुड़ रहा है। मदुरै-बेंगलुरु, चेन्नई नागरकोइल और मेरठ -लखनऊ के बीच वंदे भारत ट्रेनों की सेवा शुरू हो रही है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों का ये विस्तार, ये आधुनिकता, ये रफ्तार हमारा देश विकसित भारत के लक्ष्य की ओर कदम दर कदम बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए दक्षिण के राज्यों का तेज विकास बहुत जरूरी है। दक्षिण भारत में अपार प्रतिभा है, अपार संसाधन और अवसर हैं। इसलिए तमिलनाडु और कर्नाटक समेत पूरे दक्षिण का विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्षों में इन राज्यों में रेलवे की विकास यात्रा इसका उदाहरण है। इस साल के बजट में हमने तमिलनाडु को छह हजार करोड़ रुपए से ज्यादा रेलवे बजट दिया है। ये बजट 2014 की तुलना में सात गुना से अधिक है। इसी तरह कर्नाटक के लिए भी इस बार सात हजार करोड़ से ज्यादा का बजट आवंटित हुआ है। ये बजट भी 2014 की तुलना में नौ गुना अधिक है। मोदी ने कहा कि वंदे भारत आधुनिक होती भारतीय रेलवे का नया चेहरा है। आज शहर में, हर रूट पर वंदे भारत की मांग है। हाई-स्पीड ट्रेनों के आने से लोगों में अपने व्यापार और रोजगार को, अपने सपनों को विस्तार देने का भरोसा जगता है। देश में 102 वंदे भारत रेलवे सेवाएं संचालन हो रही है। शुरू की गई तीन वंदे भारत ट्रेनें देश के महत्वपूर्ण शहरों और ऐतिहासिक स्थानों को जोडऩे वाली हैं।
उन्होंने कहा कि मंदिरों का शहर मदुरै अब सीधे आईटी सिटी बेंगलुरु से जुड़ जाएगा। इससे तीर्थयात्रियों और कर्मचारियों दोनों को लाभ होता है। इसी तरह, चेन्नई से नागरकोइल वंदे भारत कनेक्टिविटी से छात्रों, किसानों और कामकाजी पेशेवरों को लाभ होगा। आज मेरठ-लखनऊ रूट पर वंदे भारत ट्रेन के जरिए उत्तर प्रदेश और खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को भी खुशखबरी मिली है। मेरठ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्रांति की धरती है। आज यह क्षेत्र विकास के नई क्रांति का साक्षी बन रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि रेल का आधुनिक बुनियादी ढांचा विकसित भारत के विजन का एक मजबूत स्तंभ है। रेलवे लाइनों का दोहरीकरण हो, विद्युतीकरण हो, नई ट्रेनों को चलाना हो, नए मार्गों का निर्माण हो, इन सभी पर तेजी से काम हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आ सके हैं। बीते वर्षों में रेलवे ने अपनी मेहनत से दशकों पुरानी समस्याओं के समाधान की उम्मीद जगाई है। लेकिन हमें अभी इस दिशा में बहुत लंबा सफर तय करना है। उन्होंने कहा,Þहम तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक भारतीय रेल गरीब, मध्यम वर्ग सभी के लिए सुखद यात्रा की गारंटी नहीं बन जाती। रेल अधिकारियों के मुताबिक मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत से दोनों शहरों के बीच मौजूदा यात्रा अवधि में लगभग एक घंटा, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत से दो घंटे और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत से यात्रा समय में डेढ़ घंटे की बचत होगी।
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