वनरक्षकों का प्रशिक्षण सत्र का हुआ उद्घाटन, डिप्टी सीएम दिया कुमारी रहीं मुख्य अतिथि
समारोह की मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी रही। उन्होंने नवनियुक्त महिला और पुरुष वनरक्षकों का उत्साहवर्धन किया।
जयपुर। वन विभाग में हाल ही में भर्ती हुए वनरक्षकों के प्रशिक्षण सत्र की शुरुआत हुई। 119वें वनरक्षक आधारभूत प्रशिक्षण सत्र का अरण्य भवन में मंगलवार को उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। समारोह की मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी रही। उन्होंने नवनियुक्त महिला और पुरुष वनरक्षकों का उत्साहवर्धन किया।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा है कि आज महिलाएं वन संरक्षण के लिए आगे आई हैं। यह महत्वपूर्ण है। मौजूदा परिदृश्य में वन और वन्यजीवों का संरक्षण बहुत जरूरी है। आप फील्ड में जाएंगी तो यहां सीखा हुआ प्रशिक्षण बहुत काम आएगा। खुशी की बात है कि यहां ज्यादा महिलाएं वनरक्षक के तौर पर भर्ती हुई हैं। यह महिला सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित होगा। उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए बजट में हरसंभव प्रयास किया गया है। अगले साल ग्रीन बजट लेकर आएंगे। इस बार फॉरेस्ट एंड वाइल्डलाइफ ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के लिए 40 करोड़ का बजट दिया गया है। अगले बजट में हम फॉरेस्ट एकेडमी के लिए भी प्रयास करेंगे। जिससे वन विभाग में नियुक्त होने वाले वनरक्षकों या दूसरे कार्मिकों का प्रशिक्षण फॉरेस्ट एकेडमी में ही किया जा सके। दिया कुमारी ने कहा कि पौधारोपण का कार्य बड़े स्तर पर किया गया। यह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है। वन्यजीवन और पर्यटन दोनों का संतुलन बनाए रखना जरूरी है।
समारोह में हैड ऑफ फॉरेस्ट फोर्सेज अरिजित बनर्जी ने कहा कि रविवार को मन की बात में PM मोदी ने राजस्थान में एक माह में 6 करोड़ पौधे लगाने का जिक्र किया। यह हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। 40 करोड़ की लागत से ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाएगा। अरिजित बनर्जी ने प्रशिक्षुओं को सीख देते हुए कहा कि सभी प्रशिक्षु लोग बड़ों का सम्मान करें। महिलाओं को कार्यस्थल व कार्यस्थल के बाहर इज्जत दें। सोशल मीडिया पर भी सोच-विचार कर बोलें। ADG ट्रेनिंग अशोक राठौड़ ने कहा कि आप सभी RPA में प्रशिक्षण के लिए आएंगे तो आपको पूरा सहयोग मिलेगा।
वनरक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम पुलिस की शास्त्रीनगर स्थित राजस्थान पुलिस एकेडमी में चलेगा। पुलिस एकेडमी के निदेशक एस सेंगाथिर ने कहा कि फोकस और डेडीकेशन के साथ कार्य करें। यह सहयोग और समन्वय से कार्य करने का मौका है। इस मौके पर मुख्य वन संरक्षक शैलजा देवल ने प्रशिक्षण सत्र के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में डीसीएफ मनफूल बिश्नोई ने अतिथियों का आभार जताया।
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