अस्पतालों में अचानक मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी
प्रदूषण और बदलते मौसम ने बढ़ाई अस्थमा-श्वास रोगियों की परेशानी
डॉक्टर्स की मानें तो अगले दो महीनों में यह संख्या और बढ़ेगी।
जयपुर। राजधानी जयपुर में मौसम अब रंग बदलने लगा है। दिन में जहां तेज धूप सता रही है वहीं सुबह शाम गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है। ऐसे में सर्द-गर्म के माहौल के बीच आमजन को बीमारियों ने जकड़ लिया है। साथ ही इन दिनों शहर में त्योहारी माहौल में वाहनों की आवाजाही भी काफी बढ़ गई है और ऐसे में वायु प्रदूषण भी काफी बढ़ गया है।
शाम होते होते शहर में धुंध सी दिखाई देती है जो कि वास्तव में धुंध ना होकर प्रदूषण है। वायु प्रदूषण और मौसम में बदलाव के कारण अस्पतालों में अस्थमा, एलर्जी और सीओपीडी के केस 20 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। न केवल एसएमएस बल्कि गणगौरी, जयपुरिया सहित निजी अस्पतालों में भी तेजी से केस बढ़े हैं। डॉक्टर्स की मानें तो अगले दो महीनों में यह संख्या और बढ़ेगी।
इसका प्रमुख कारण प्रदूषण, मौसम में बदलाव और सावधानी नहीं रखना है। अकेले एसएमएस अस्पताल में ही अस्थमा और एलर्जी की ओपीडी इन दिनों एक हजार मरीज प्रतिदिन को पार गई है। वहीं श्वांस रोग संस्थान में भी इन दिनों ओपीडी बढ़कर 1500 तक पहुंच गई है। साथ ही इनमें से पांच से सात प्रतिशत मरीजों को अस्पतालों में भर्ती भी किया जा रहा है।
ऐसे करें बचाव
- अल सुबह और सूरज ढलने के बाद पार्क में वॉक पर या घूमने ना जाए। ज्यादा जरूरी हो तो मास्क लगाकर जाएं।
- विशेषकर बुजुर्ग और सांस सबंधी बीमारियों के मरीज ज्यादा सतर्क रहें।
- घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें या मुंह पर कपड़ा बांधें।
- अस्थमा रोगी इनहेलर या दवाइयों का समय से प्रयोग करें।
- इन दिनों त्योहार के दौरान साफ सफाई हो रही है ऐसे में धूल मिट्टी से बचें।
- डॉक्टर्स की सलाह के मुताबिक रहकर खुद का बचाव किया जा सकता है।
- बड़ों के साथ बच्चे भी चपेट मे
शहर के जेकेलोन अस्पताल में भी इन दिनों बच्चों में सांस, अस्थमा और एलर्जी के मरीजों की संख्या बढ़ी है। यहां ओपीडी में रोजाना 100 से ज्यादा बच्चे अकेले श्वास संबंधी बीमारियों के आ रहे हैं और इनमें से कई बच्चों को तो भर्ती तक करने की नौबत आ रही है। यही हाल बच्चों के अन्य निजी अस्तपालों और प्राइवेट क्लिनिक्स का भी है।
इस मौसम में बचाव ही सबसे बेहतर इलाज
इन दिनों मौसम बदलने और प्रदूषण के कारण अस्थमा, सीओपीडी और आईएलडी के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। इसलिए अपना बचाव रखें, समय पर इनहेलर और दवाईयां लें। मास्क लगाकर बाहर निकलें और पहनने ओढ़ने का विशेष तौर पर ध्यान रखें। तकलीफ बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
-डॉ. वीरेन्द्र सिंह, वरिष्ठ अस्थमा
एवं श्वांस रोग विशेषज्ञ
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