राजस्थान रोडवेज में शामिल होगी 300 इलेक्ट्रिक बसें, विभाग बना रहा याेजना
इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से पॉल्युशन होगा कम
रोडवेज इन 300 इलेक्ट्रिक बसों को प्रतिदिन 1.20 लाख किलोमीटर चलाने की योजना बना रहा है। ऐसे में रोडवेज को प्रतिदिन 30 लाख और एक माह में 9 करोड़ रुपए का घाटा होगा।
जयपुर। राजस्थान रोडवेज 300 इलेक्ट्रिक बस लेने की योजना बना रहा है। इसके लिए पेमेंट सिक्योरिटी मैनेजमेंट (पीएसएम) की ओर से पीएम ई ड्राइव योजना फोर ईवी बसेज के लिए पूरे भारत में 14000 ईवी बसों के टेंडर जारी किए जाएंगे। इससे पूरे भारत में एक जैसी ही बसें संचालित होगी। राज्य सरकार सिक्योरिटी देगी। राजस्थान रोडवेज को 1 जुलाई, 2026 तक कुल 900 इलेक्ट्रिक बसें लेनी है। इनमें से पहले फेज में 300 बसें लाई जाएगी। इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से पॉल्युशन कम होगा। अभी रोडवेज के पास एनसीआर में चलाने के लिए एक भी इलेक्ट्रिक बस नही है। जबकि गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, हिमाचल, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आन्ध्रप्रदेश रोडवेज के पास इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध है।
प्रति कि.मी. 25 रुपए का नुकसानः
रोडवेज की ओर से बनाए गए प्रस्ताव के अनुसार इलेक्ट्रिक बस संचालन में प्रति किलोमीटर का 75 रुपए खर्चा आएगा, जबकि 45 से 50 रुपए प्रति कि.मी. इनकम आएगी। ऐसे में प्रति कि.मी. रोडवेज को 25 रुपए का घाटा होगा। रोडवेज इन 300 इलेक्ट्रिक बसों को प्रतिदिन 1.20 लाख किलोमीटर चलाने की योजना बना रहा है। ऐसे में रोडवेज को प्रतिदिन 30 लाख और एक माह में 9 करोड़ रुपए का घाटा होगा।
सीएक्यूएम ने दिए थे निर्देशः
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर कमिशन फोर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (सीएक्यूएम) आयोग गठित किया गया था। आयोग ने 1 जुलाई, 2026 तक एनसीआर क्षेत्र में इलेक्ट्रिक बसें ही चलाने के निर्देश दिए थे।
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