सुसाइड नोट लिख महिला ने जलमहल में कूदकर किया आत्महत्या का प्रयास

पहले से लिखा मिला सुसाइड नोट

सुसाइड नोट लिख महिला ने जलमहल में कूदकर किया आत्महत्या का प्रयास

मैं चाहती तो उसे जीते जी जेल में बंद करवा सकती थी, क्योंकि मैंने बहुत बार कानून के दरवाजे खटखटाए, लेकिन मेरी बात को किसी ने नहीं सुना। अब कोई बात नहीं मैं उस टाइम गलत थी, इसलिए मैंने आत्महत्या करना सही समझा। 

जयपुर। ब्रह्मपुरी थाना इलाके में रविवार दोपहर एक महिला ने छलांग लगाकर सुसाइड करने का प्रयास किया। महिला ने खुदकुशी करने से पहले खुद की परेशानियों से भरा एक सुसाइड नोट लिखा था। महिला के कूदने के दौरान जलमहल की पाल पर मौजूद लोगों ने उसको पानी से बाहर निकाला और ब्रह्मपुरी पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती पुलिस ने बताया कि नीतू (21) गोविन्द नगर पश्चिम ब्रह्मपुरी की रहने वाली है। वह रविवार दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे अपने घर से पैदल-पैदल जलमहल की पाल पर पहुंच गई। वह कुछ देर तक लोगों को देखते हुए पाल पर इधर-उधर घूमती रही। जैसे ही उसे मौका लगा तो नजर बचाकर पानी में छलांग लगा दी। पानी में डूबते देख कुछ लोगों ने उसको बाहर निकाल लिया और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। 

पहले से लिखा मिला सुसाइड नोट: 
महिला के पास एक सुसाइड नोट मिला, जिसे वह अपने साथ लेकर आई थी। इसमें लिखा कि मेरे घर में रोज पति से लड़ाई होना और उसका मुझ पर हाथ उठाना तथा पूरी-पूरी रात मुझे घर से बाहर निकाल देना। इस वजह से मैंने परेशान होकर अपनी जान ही ले ली। इसमें किसी की कोई गलती नहीं है। ये सब सिर्फ  मेरी गलती की वजह से हुआ है। मुझे इस दुनिया में जन्म नहीं लेना चाहिए था। पर कोई बात नहीं मेरे पति पर अगर कानूनी कार्रवाई की जाएगी तो वो मुझे नहीं करवानी, क्योंकि मैं अपने पति, बच्चे से बहुत प्यार करती हूं। बस सिर्फ  मैं चाहती हूं कि उसे सिर्फ  एक दिन के लिए जेल में बंद रखा जाए ताकि उसका घमंड चूर-चूर हो सके। क्योंकि वो हमेशा कहता था कि मुझे कोई जेल में बंद नहीं करवा सकता। मैं चाहती तो उसे जीते जी जेल में बंद करवा सकती थी, क्योंकि मैंने बहुत बार कानून के दरवाजे खटखटाए, लेकिन मेरी बात को किसी ने नहीं सुना। अब कोई बात नहीं मैं उस टाइम गलत थी, इसलिए मैंने आत्महत्या करना सही समझा। 

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