जीका वायरस से मौत का मामला
संपर्क में आए लोगों के सैंपल लेंगे ओपीडी में संदिग्धों की जांच होगी
जयपुर में सीएमएचओ को निर्धारित प्रावधानों के अनुसार जीका रोकथाम, नियंत्रण और निगरानी, आईईसीए लार्वा रोधी गतिविधियां-फोगिंग, फोकल स्प्रे करने, नगर निगम द्वारा मच्छर रोधी अभियान संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।
जयपुर। बजाज नगर के रहने वाले व्यक्ति की जीका वायरस की पुष्टि के बाद मौत होने के मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया। चिकित्सा विभाग ने प्रदेशभर में इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। सभी सीएमएचओ को निर्देश दिए गए हैं कि ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीजों की जांच कराई जाए। वहीं मौत के मुंह में गए व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों के जांच सैम्पल सवाई मानसिंह अस्पताल की माइक्रोबॉयोलॉजी लैब में भेजे जाएंगे। चिकित्सा विभाग के जनस्वास्थ्य निदेशक डॉ.रविप्रकाश माथुर ने बताया कि जिस मरीज की जीका से मौत हुई है उसे एचएलएच, हाई ब्लडप्रेशर, हैपेटाइटिस भी था। प्रदेशभर में अब इसके इलाज और कन्ट्रोल की एक्टिविटीज को निर्देश दिए गए हैं। जयपुर में सीएमएचओ को निर्धारित प्रावधानों के अनुसार जीका रोकथाम, नियंत्रण और निगरानी, आईईसीए लार्वा रोधी गतिविधियां-फोगिंग, फोकल स्प्रे करने, नगर निगम द्वारा मच्छर रोधी अभियान संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए आमजन में जानकारी के लिए प्रचार-प्रसार किया जाए। नगर निगम से समन्वय करते हुए नोटिस, चालान, बड़े पैमाने पर फोगिंग, सड़क किनारे लार्वा रोधी गतिविधि और मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करने की कार्रवाई की जाए।
जिस व्यक्ति की मौत हुई, सैंपल गहन जांच को एनआईवी भेजेंगे
रविवार को जयपुर के बजाज नगर निवासी 66 वर्षीय एक पुरुष को जीका वायरस संक्रमित होना मिला था। मरीज की दुर्लभ बीमारी एचएलएच से मृत्यु होना बताया जा रहा है। रोगी को 20 नवंबर को फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उक्त मरीज के सैम्पल को एसएमएस मेडिकल कॉलेज जांच के लिए भेजा गया। जिसमें मरीज जीका पॉजिटिव मिला। चिकित्सकीय रूप से रोगी जीका के लक्षणों से संबंधित नहीं होने के कारण किसी अन्य संदिग्ध बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए नमूना एनआईवी पुणे को भेजा गया है।
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