अजयपाल लाम्बा की निगरानी : गैंगस्टरों के मंसूबे नहीं होंगे पूरे, अपराध के लिए टारगेट नाबालिग नहीं होगा पूरा
जघन्य अपराध करने से भी नहीं चूकते हैं
सभी सातों जिलों में पुलिस ने नाबालिगों की सूची तैयार कर ली है। पुलिस को इन सभी पर लगातार निगरानी रखने के लिए मजबूत मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।
जयपुर। प्रदेश में लूट, डकैती, अपहरण, हत्या और फिरौती की वारदात करवाने के लिए गैंगस्टर लगातार नाबालिगों का उपयोग कर रहे हैं। ये बदमाश उन्हें लग्जरी रहन-सहन और विदेश भेजने के प्रलोभन देते हैं और झांसे में आए नाबालिग इनके इशारे पर फिरौती मांगने के साथ ही हत्या जैसे जघन्य अपराध करने से भी नहीं चूकते हैं। प्रदेश के जयपुर रेंज आईजी अजयपाल लाम्बा ने पिछले दस साल (2014 से 2024 तक) ऐसे ही नाबालिगों का चिन्हित कर उन्हें अपराध करने से रोकने की तैयारी शुरू कर दी है। जयपुर रेंज के सभी सातों जिलों में पुलिस ने नाबालिगों की सूची तैयार कर ली है। पुलिस को इन सभी पर लगातार निगरानी रखने के लिए मजबूत मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।
1133 नाबालिग ने किया कोई न कोई अपराध
पुलिस ने अपराधों में लिप्त नाबालिगों को चिन्हित करना शुरू कर दिया। कई दिनों तक चले इस प्रयास में 1133 नाबालिग ऐसे सामने आए, जिन्होंने कोई ना कोई अपराध किया था। 1133 नाबालिग में से 101 नाबालिग ऐसे हैं, जिन्होंने दो या दो से अधिक बार अपराध किया था और इनका चालान पेश हुआ है। वहीं 101 अपराधियों में से 46 ऐसे अपराधी हैं, जिनको पुलिस ने हथियारों के साथ दबोचा था।
नाबालिगों के परिजनों से संपर्क
पुलिस ने चिन्हित किए सभी नाबालिगों के परिजनों से भी सम्पर्क किया है। इनकी काउंसलिंग भी की जा रही है। इन सभी नाबालिगों के फ्रेंड सर्किल का भी रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। बार-बार पुलिस इनके परिजनों से मिलकर अपराध से दूर रहने के लिए भी कह रही है। पुलिस का प्रयास है कि ये नाबालिग या तो अपराध नहीं करें और यदि नहीं मानते हैं और अपराध करते हैं तो तुरंत पकड़ में आ सकें।
नाबालिगों ने किया था मर्डर
बाल गृह से भागे नाबालिगों ने रोहतक में एक होटल के बाहर 29 फरवरी को व्यापारी सचिन की गोलियां चलाकर हत्या कर दी। इस मामले की जिम्मेदारी गोल्डी बरार गैंग ने ली। वहीं रोहित गोदारा ने इसके लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हत्या करना स्वीकार किया था।
गैंगस्टर बड़ी वारदात करने के लिए नाबालिगों को अपना मोहरा बना रहे हैं। ऐसे में पूरी रेंज में पिछले दस साल में नाबालिगों को चिन्हित किया गया है, जो कहीं ना कहीं अपराध कर चुके हैं। इनमें से 101 नाबालिग ऐसे मिले हैं जो दो या दो से अधिक वार वारदात कर चुके हैं। इन सभी पर निगरानी रखी जा रही है।
- अजयपाल लाम्बा, आईजी जयपुर रेंज
Comment List