15 करोड़ रुपए का बजट होने पर ही खुल सकेगी वाइल्ड लाइफ फॉरेन्सिक लैबोरेट्री
इन्फ्रास्ट्रक्चर पर करीब 15 करोड़ रुपए का आएगा खर्चा
वन्यजीव की हत्या के कारणों की जांच करने के खोले जाने वाली वाइल्ड लाइफ फॉरेन्सिक लैबोरेट्री 15 करोड़ रुपए के बजट की स्वीकृति के बाद ही खुलेगी।
जयपुर। वन्यजीव की हत्या के कारणों की जांच करने के खोले जाने वाली वाइल्ड लाइफ फॉरेन्सिक लैबोरेट्री 15 करोड़ रुपए के बजट की स्वीकृति के बाद ही खुलेगी। इसके लिए अभी एफएसएल ने प्रस्ताव तैयार किया है जो जल्द ही आगे भेजा जाएगा।अभी 14 नवम्बर को दिल्ली में हुई मीटिंग में राजस्थान से एफएसएल बायोलॉजी के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. राजेश सिंह और चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने हिस्सा लिया था। उसमें लैबोरेट्री के प्रपोजल बनाने पर चर्चा हुई थी। इसके बाद एफएसएल के अधिकारियों ने इस संबंध में प्रपोजल बनाना शुरू कर दिया। जानकारी के अनुसार लैबोरेट्री की शुरुआत करने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर पर करीब 15 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। लैब के लिए आवश्यक भवन बनाने के लिए करीब 7-8 करोड़ रुपए और डीएनए जांच करने के लिए करीब छह करोड़ रुपए के इक्यूपमेंट खरीदे जाएंगे।
वन्यजीव हत्या के मामलों की जांच करने के संबंध में दैनिक नवज्योति ने अपने 18 नवम्बर के अंक में ही जानकारी प्रकाशित कर दी थी। नवज्योति ने यह समाचार ‘वन्यजीव तस्करों ने हाथी दांत पर उकेरी वियतनाम की प्रिंसेस की मूर्ति, कीमत एक करोड़, सुख समृद्धि के लिए घर की तिजोरी में रखते हैं गोह का जननांग, एफएसएल का खुलासा’ नामक शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था।
Comment List