छत्तीसगढ़ शराब स्कैम : लखमा और करीबियों के ठिकानों पर एसीबी की छापेमारी, शराब नीति में बदलाव करने में थी अहम भूमिका
कर्मचारियों ने दबिश दी
शराब स्कैम मामले में ईडी ने कवासी लखमा के खिलाफ 3773 पन्नों का चालान पेश कर चुकी है। चालान में बताया गया कि पूर्व आबकारी मंत्री लखमा को इस स्कैम की पूरी जानकारी थी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब स्कैम मामले में जेल में कैद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके करीबियों के ठिकानों पर बस्तर संभाग के सुकमा, तोंगपाल, जगदलपुर तथा दंतेवाड़ा में 13 और रायपुर में 2 ठिकानों को मिलाकर कुल 15 ठिकानों पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो-आर्थिक अपराध कोषांग (एसीबी-ईओडब्ल्यू) की छापेमारी जारी है। जगदलपुर स्थित प्रेम मिघलानी और रायपुर के संतोषी नगर स्थित नहाटा परिवार के अलावा अम्बिकापुर के बड़े कपड़ा व्यापारी व सरकारी विभागों में सप्लायर धजाराम इंटरप्राजेज के मालिक अशोक अग्रवाल और मुकेश अग्रवाल के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। सुबह तकरीबन 6 बजे एंटी करप्शन के अधिकारी व कर्मचारियों ने दबिश दी।
शराब स्कैम मामले में ईडी ने कवासी लखमा के खिलाफ 3773 पन्नों का चालान पेश कर चुकी है। चालान में बताया गया कि पूर्व आबकारी मंत्री लखमा को इस स्कैम की पूरी जानकारी थी। यही नहीं वह शराब स्कैम को अंजाम देने वाले सिंडिकेट के प्रमुख थे। इसके साथ ही कवासी लखमा की शराब नीति में बदलाव करने में भी भूमिका अहम थी। इसके अलावा चालान में शराब दुकान में निरीक्षण करने से पहले आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी से अनुमति लेने का भी उल्लेख है।

Comment List