अनाज और शाक-सब्जियों की कीमतों में नरमी के कारण खुदरा मुद्रास्फीति 3.16 प्रतिशत
पिछले साल अप्रैल में 4.83 प्रतिशत रही थी
उपभोक्त मूल्य सूचकांक के अप्रैल के अनंतिम आंकड़ों के सरकारी आंकड़ों के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति दर लगातार तीन माह से चार प्रतिशत से नीचे बनी हुई है।
नई दिल्ली। अनाज और शाक-सब्जियों की कीमतों में नरमी के कारण भारत में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल, 2025 में गिर कर 3.16 प्रतिशत पर आ गई।
इससे पिछले महीने मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति 3.34 प्रतिशत और पिछले साल अप्रैल में 4.83 प्रतिशत रही थी। उपभोक्त मूल्य सूचकांक के अप्रैल के अनंतिम आंकड़ों के सरकारी आंकड़ों के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति दर लगातार तीन माह से चार प्रतिशत से नीचे बनी हुई है। आरबीआई पर इसे दो से छह प्रतिशत के बीच और नीचे के दायरे में रखने का दायित्व है। इससे आने वाले समय में आरबीआई को मौद्रिक नीति में और ढील देने में आसानी होगी। अप्रैल में खाद्य वर्ग में खुदरा मुद्रास्फीति गिर 1.78 प्रतिशत पर आ गयी जो तीन साल के न्यूनतम स्तर पर है। पिछले साल अप्रैल में खाद्य मुद्रास्फीति 8.70 प्रतिशत पर काफी ऊंची थी। आलोच्य माह में सब्जियों के भाव सालाना आधार पर 11 प्रतिशत नीचे थे। दाल-दलहनों का खुदरा मूल्य स्तर भी एक साल पहले की तुलना में 5.2 प्रतिशत नीचे था।
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