दिल्ली की हवा फिर जहरीली : ग्रैप -4 हटते ही 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुँचा प्रदूषण का प्रकोप, कई इलाकों में एक्यूआई 400 के पार दर्ज
सांस के मरीजों के लिए बड़ा खतरा पैदा कर दिया
मौसम विभाग के अनुसार सुबह दिल्ली घने स्मॉग और धुंध की चादर में लिपटी रही। प्रदूषण और कोहरे के मेल से दृश्यता काफी प्रभावित हुई है।
नई दिल्ली। राजधानी में प्रदूषण का प्रकोप एक बार फिर बढ़ गया है। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप ) के चौथे चरण की पाबंदियां हटने के मात्र तीन दिन बाद ही दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई। सुबह सात बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 353 तक पहुँच गया, जिससे प्रशासन और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंताएं बढ़ गई हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के कई इलाकों में स्थिति गंभीर स्तर पर पहुँच गई है। विवेक विहार में एक्यूआई 424 और आनंद विहार में 410 दर्ज किया गया। इसके अलावा जहांगीरपुरी (417), नरेला (413), रोहिणी (409) और बवाना (404) जैसे क्षेत्रों में भी प्रदूषण का स्तर 400 के पार रहा।
मौसम विभाग के अनुसार सुबह दिल्ली घने स्मॉग और धुंध की चादर में लिपटी रही। प्रदूषण और कोहरे के मेल से दृश्यता काफी प्रभावित हुई है। सफदरजंग में दृश्यता मात्र 400 मीटर और पालम में 800 मीटर दर्ज की गई, जिससे यातायात पर भी असर पड़ा है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को प्रदूषण स्तर में मामूली सुधार (श्रेणी'खराब') को देखते हुए केंद्र सरकार के पैनल ने ग्रैप-4 की पाबंदियों को वापस ले लिया था। हालांकि अब फिर से बढ़ते प्रदूषण ने बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों के लिए बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। जानकारों का मानना है कि बदलता मौसम और स्थानीय प्रदूषक हवा को और अधिक जहरीला बना रहे हैं।

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