रेखा गुप्ता का कैग की रिपोर्ट को लेकर आप पर हमला : झुग्गी बस्तियों में महिलाएं खुले में शौच को मजबूर, कहा- बच्चों के लिए नहीं है पार्क
झुग्गियों में न तो शौचालय की व्यवस्था है,
रेखा गुप्ता का कैग की रिपोर्ट को लेकर आप पर हमला : झुग्गी बस्तियों में महिलाएं खुले में शौच को मजबूर, बच्चों के लिए नहीं है पार्क
नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने झुग्गी बस्तियों की बदहाली, आबकारी नीति, स्वास्थ्य सेवाओं और दिल्ली की परिवहन व्यवस्था को लेकर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग ) की रिपोर्ट के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप) पर तीखा प्रहार किया है। गुप्ता ने एक नीति मीडिया के कार्यक्रम के दौरान झुग्गी बस्तियों में रहने वाले गरीब परिवारों की दयनीय स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में महिलाएं आज भी खुले में रहने को मजबूर हैं।
झुग्गियों में न तो शौचालय की व्यवस्था है, न ही बच्चों के खेलने के लिए पार्क या बुनियादी सुविधाएं। कांग्रेस ने इन बस्तियों का सिर्फ नामकरण किया, लेकिन विकास के नाम पर कुछ नहीं किया। और आज आम आदमी पार्टी ने भी इन्हें सिर्फ वोट बैंक समझकर छोड़ दिया है।Þ उन्होंने कहा कि पीतमपुरा की एक झुग्गी में महिला शौचालय का इस्तेमाल करते समय फिसलकर गिर गई और उसकी मौत हो गई। राजधानी में ऐसी घटनाएं शर्मनाक हैं, लेकिन आप सरकार की प्राथमिकता कहीं और थी। दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि आप सरकार कुछ गिने-चुने स्कूलों में करोड़ों रुपये खर्च कर अपनी छवि चमका रही थी, जबकि बाकी सरकारी स्कूलों की हालत बदतर है। एक बच्चे की शिक्षा पर सरकार 60,000 रुपये खर्च कर रही थी और दूसरे पर 2,50,000 रुपये क्योंकि वह 'स्पेशल स्कूल में पढ़ रहा है। आखिर उस बच्चे का क्या दोष, जिसके लिए कम बजट रखा गया है?
मुख्यमंत्री ने कैग की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि हर क्षेत्र में घोटाले और भ्रष्टाचार हो रहा था। जब भी जांच होगी, वहां की अनियमितताएं सामने आएगी। हर विभाग में करोड़ों रुपये के घोटाले सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा, कैग की पूरी रिपोर्ट अगर एक साथ पेश कर दी जाए तो उसका वजन उठाना भी मुश्किल होगा, क्योंकि इसमें हजारों करोड़ रुपये के घोटालों का खुलासा हुआ है। यह केवल भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि सिस्टम को जड़ से खत्म करने की साजिश है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास को लेकर उन्होंने कहा, उस बंगले पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन क्या किसी मुख्यमंत्री को उस महल जैसे घर में रहने का अधिकार है, जबकि हजारों लोग फुटपाथों पर सो रहे हैं? उन्होंने कहा कि वह उस बंगले में नहीं जाएंगी। उन्होंने कहा कि मुझे अभी तक नया घर नहीं मिला है, इसलिए मैं अपने घर के बाहर गली में बैठकर जनता से मिल रही हूं। लेकिन उस बंगले में जाना मुझे सही नहीं लगता, क्योंकि वह गरीबों के हक का पैसा था।
गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की जनता बार-बार ठगी गई है। पहले कांग्रेस और अब आम आदमी पार्टी ने राजधानी के गरीबों के हक को छीन लिया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार झुग्गीवासियों के लिए 700 करोड़ रुपये का बजट लेकर आई है ताकि इन बस्तियों में भी बुनियादी सुविधाएं मिल सकें।
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