खेत में चरने गई 15 बकरियों की मौत,ग्रामीणों में मंचा हड़कंप
बकरियों को बचाने के लिए मौके पर पहुंचे 9 लोग भी अचेत होकर जमीन पर गिरे
धौलपुर। खेत में चरने गई 15 बकरियों की अचानक मौत होने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। बकरियों को बचाने के लिए मौके पर पहुंचे 9 लोग भी अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल धौलपुर में भर्ती कराया गया है। बकरियों की मौत का कारण प्रथम दृष्टया जहरीला चारा खाना माना जा रहा है।
धौलपुर। खेत में चरने गई 15 बकरियों की अचानक मौत होने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। बकरियों को बचाने के लिए मौके पर पहुंचे 9 लोग भी अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल धौलपुर में भर्ती कराया गया है। बकरियों की मौत का कारण प्रथम दृष्टया जहरीला चारा खाना माना जा रहा है। मनियां थाना इलाके के गांव खेरली में सोमवार को 60- 70 बकरियों का झुंड खेतों में चरने के लिए गया था। शाम के समय घर वापस लौटते समय बकरियों का झुंड गांव के सुरेश के खेत में चरने के लिए घुस गया।
जिससे कुछ देर बाद ही एक के बाद एक बकरी बेहोश होकर जमीन पर गिरने लगी, जिससे बकरी चरा रहे लोगों में हड़कंप मच गया। अचेत बकरियों सहित सभी बकरियों को जल्दी-जल्दी खेत से बाहर निकाला। तब तक 15 बकरियों की मौत हो गई। बकरियों को खेत से निकालने के दौरान 3 नाबालिग बच्ची, 2 महिला एवं 4 पुरुष अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। मनिया अस्पताल से सीएससी प्रभारी डॉ. संगीता गुप्ता के निर्देशन में चिकित्सा टीम एवं 108 एंबुलेंस गांव के लिए रवाना की गई। जिसने ग्रामीणों को मौके पर प्राथमिक उपचार देकर 108 एंबुलेंस से जिला अस्पताल धौलपुर भेजा, जहां सभी का उपचार चल रहा है।
घटना में कुल 15 बकरियों की मौत हुई है। जिनमें से शीला की 4, रामू की 1, लाखन की 2, कुंजावती की 2, रामवरन की 4 एवं मछला की 2 बकरियों की मौत हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि खेत मालिक सुरेश ने जानबूझकर बकरियों को मारने के लिए खेत में जहरीली दवा का छिड़काव किया था, जिससे बकरियों की मौत हुई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इसे लेकर कुछ दिन पूर्व खेत मालिक बकरियों को जहरीली दवा का छिड़काव कर मारने की धमकी भी दे चुका था। ग्रामीणों का कहना है कि कुछ बकरियां की तबीयत बिगड़ गई। जिनका ग्रामीणों ने अपने स्तर पर गांव में ही उपचार कराया। मंगलवार सुबह पशु चिकित्सकों की टीम गांव पहुंची, जो पोस्टमार्टम की कार्रवाई में जुटी रही। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही ये पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगा कि बकरियों की मृत्यु का कारण क्या है।
ग्रामीणों ने बताया कि बकरियों को बचाने खेत में गए लोग भी जहरीली दवा के कारण अचेत हो गए। जिसमें से कुछ लोगों का तो गांव में ही प्राथमिक उपचार कर दिया गया तथा 9 लोगों को जिला अस्पताल धौलपुर में भर्ती कराया गया। ललिता पुत्री विजय सिंह जाटव, सीता देवी पत्नी मुनेंद्र जाटव, दीपक पुत्र सुखबीर जाटव, धर्मेंद्र पुत्र शंकर जाटव, खुशबू पुत्री बनवारी लाल जाटव, सुनीता पत्नी गौतम जाटव, मोहित पुत्र विजय सिंह जाटव, विनीता पुत्री बृज किशोर जाटव एवं द्वारिका पुत्र रामचरण जाटव की तबीयत बिगड़ी है। जिन्हें जिला अस्पताल धौलपुर में भर्ती कराया गया है। जहां इनका उपचार चल रहा है।प्रशासन की सूझ बुझ से टला बड़ा हादसा : गत रात्रि राजाखेड़ा के ग्राम खेरली में हुई घटना में अस्वस्थ हुए व्यक्तियों की कार्यवाहक जिला कलक्टर सुदर्शन सिंह तौमर ने पुन: जिला अस्पताल पहुंच कर कुशल क्षेम जानी। उन्होंने बताया कि सभी 8 व्यक्ति स्वस्थ हैं तथा जिला अस्पताल में बेहतर उपचार सुविधा मुहैया करवाई जा रही है।
उन्होंने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि 27 जून रात्रि को राजाखेड़ा के ग्राम खेरली में कुछ लोगों के अचानक अस्वस्थ होने की जानकारी मिली। इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.गोपाल प्रसाद गोयल तथा डिप्टी सीएमएचओ डॉ. चेतराम मीणा के माध्यम से चिकित्सा विभाग की टीम मय एम्बुलेंस मौके पर भिजवा कर अस्वस्थ व्यक्तियो का उपचार करवाया तथा गंभीर अस्वस्थ 8 व्यक्तियों को तत्काल जिला अस्पताल रैफर करवाया। स्वयं कार्यवाहक जिला कलक्टर ने देर रात जिला अस्पताल पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। तथा अस्वस्थ व्यक्तियो के समुचित उपचार हेतु अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि मेडिकल टीम द्वारा ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के आधार पर अवगत करवाया गया कि गांव के किसी खेत में कीटनाशक दवा का छिड़काव किया किया गया था, जिससे उस खेत में चरने वाली बकरियां कुछ देर में वहीं पर मृत होने लगी। गांव कुछ लोग जब उन बकरियों को बचाने हेतु उन्हें गोद में उठाकर गांव की तरफ ने जाने लगे। जिन व्यक्तियों ने बकरियों को उठाया था या जो व्यक्ति मृत बकरियों के निकट सम्पर्क में आये थे अस्वस्थ होकर बेहोश होने लगे। मौके पर पहुंची मेडिकल टीम ने एम्बुलेंस से 8 अस्वस्थ व्यक्तियों को जिला अस्पताल रैफर किया। मेडिकल टीम रात्रि भर घटना स्थल पर मौजूद रही। जिला प्रशासन द्वारा रातभर तहसीलदार धौलपुर भगवत शरण त्यागी ने रातभर पटवारी के माध्यम से घटना पर नजर बनाए रखी। अवस्थ व्यक्तियों को जिला अस्पताल पहुचाने में मदद की।
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